अजमेर जिला प्रभारी मंत्री प्रमोद भाया ने विडियो कांफ्रेन्स में अफसरों पर जताई नाराजगी
न्यूजवेव @ बारां
राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री व अजमेर जिला प्रभारी प्रमोद जैन भाया ने अजमेर जिला प्रभारी सचिव भवानीसिंह देथा, जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप, मेडिकल काॅलेज प्राचार्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला रसद अधिकारी सहित जिले के प्रमुख विभागों के अधिकारियों की शनिवार को विडियो कांफ्रेन्स से बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान एक कैंसर पीड़ित महिला को इलाज के लिए 10 दिन बाद अनुमति मिल सकी। जिले के प्रभारी सचिव के आदेश के बावजूद एडीएम, पुष्कर ने महिला को अनुमति पास देने में कोताही बरती, यह हमारे लिए शर्म की बात है। उन्होंने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस महामारी से आम जनता को राहत दिलाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे है। मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाव हेतु अपनाई जा रही सुरक्षा प्रणाली की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी प्रशंसा कर चुके है।
प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि गत दो सप्ताह से अजमेर जिले में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या में 200 प्रतिशत की बढोतरी होना चिंता का विषय है। उन्होनें कोरोना टेस्टिंग की सुविधा बढाने, आइसोलेशन,
अस्पतालों में बेड की सुविधा व आईसीयू जैसे पूरे इंतजाम रखने के निर्देश दिए।भाया ने कहा कि उन्हें जिले में राशन वितरण संबंधित शिकायते प्राप्त हुई है। इसे तुरंत दूर करें।
मंत्री भाया ने बीसलपुर बांध पेयजल योजना से पेयजल आपूर्ति की मोनिटरिंग रखने के निर्देश दिए।
मंत्री भाया ने कहा कि राजस्थान में मनरेगा से अच्छे कार्य होने से मजदूरों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इस दौरान उनके छाया, पानी, मजदूरी भुगतान आदि में किसी प्रकार की कोताही नही बरतें।
जनता को दफ्तरों के चक्कर नही कटवाएं
राज्य के मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देश है कि इस महामारी के दौरान लोग परेशान नही हो तथा इस हेतु अधिकारियों/कर्मचारियों की यह मोरल ड्यूटी बनती है कि वे अनावश्यक आमजन को दफ्तरों में चक्कर नही कटाएं।
मंत्री भाया ने पुष्कर में क्वारेंटाइन किए गए संत, महात्माओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तथा क्वारेंटाइन सेन्टरों पर व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में कोरोना से बचाव हेतु सेम्पलिंग टेस्ट की संख्या बढाए जाने, लाॅकडाउन का सख्ती से पालन करवाए जाने, जिले की सीमाओं पर चौकसी बढाने, जो प्रवासी मजदूर जिले की सीमा से होकर गुजर रहे है उनके लिए सीमा क्षेत्र से दूसरे जिले की सीमा तक बसों के माध्यम से छोडने के निर्देश प्रदान किए गए ताकि प्रवासी श्रमिकों को कोई परेशानी नही हो।