न्यूजवेव @ कोटा
एनटीए ने इस वर्ष जनवरी में हुई जेईई-मेन परीक्षा,2019 के पेपर की क्वालिटी में सुधार किया और पारदर्शिता से पेपर होने के कारण कहीं कोई व्यवधान पैदा नही हुआ। एनटीए स्कोर जारी करने से पहले संशोधित आंसर की भी जारी की गई। लेकिन विशेषज्ञांे के अनुसार, अकादमिक स्तर पर इसमें कई खामियां उजागर हुई।
एक्सपर्ट देव शर्मा के अनुसार, जेईई-मेन पेपर में प्रश्नों की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। मानक आंसर की पर आपत्ति दर्ज कराने की व्यवस्था में भी खामियां रही। प्रश्नों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिये कोई व्यवस्था ही नहीं थी। विद्यार्थियों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से आग्रह किया कि अप्रैल अटेम्प्ट के दौरान पेपर की गुणवत्ता तथा आपत्ति दर्ज कराने की व्यवस्था मैं सुधार किया जाए।
16 प्रश्नों में त्रुटि स्वीकार की
यदि तथ्यात्मक आंकड़ों पर बात की जाए तो इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के जनवरी अटेम्प्ट मैं एजेंसी ने स्वयं 11 प्रश्न रद्द किए। 5 प्रश्न ऐसे स्वीकार किए गए जिनके एक से अधिक विकल्प ठीक थे। अर्थात कुल मिलाकर 16 प्रश्नों पर तो त्रुटि स्वयं एजेंसी ने स्वीकार की। इसके अलावा भी कुछ प्रश्न ऐसे थे जहां विषय विशेषज्ञ आपत्ति जताते रहे। आर्किटेक्चर एवं प्लैनिंग प्रवेश परीक्षा की बात करें तो 8 जनवरी को दो शिप्टों मैं आयोजित हुई इस परीक्षा में भी एक प्रश्न रद्द किया गया। तीन प्रश्न ऐसे थे जिनके एक से अधिक विकल्प ठीक थे। यह संपूर्ण त्रुटियां प्रातःकालीन शिफ्ट के पेपर में थी।
स्कोर से पहले संशोधित मानक आंसर की जारी हो
प्रत्येक प्रतियोगी या प्रवेश परीक्षा में पेपर होने के बाद सबसे पहले उसकी आंसा की जारी कर दी जाती है। प्रश्नों एवं उत्तरों पर निश्चित समय अंतराल में आपत्तियां मांगी जाती है। इसके बाद अस्वीकृत एवं स्वीकृत आपत्तियों के अनुसार संशोधित अंतिम आंसर की जाती है। जिससे स्कोर जारी करते हैं।
लेकिन जनवरी अटेम्प्ट में इस पारदर्शी तरीके का उपयोग नहीं किया गया। विद्यार्थी विशेष ऑनलाइन पोर्टल पर उत्तर तालिका जारी की गई। उत्तर तालिका पर आपत्तियां मांगी गई। किंतु आपत्तियों की स्वीति एवम अस्वीकृति पारदर्शी नहीं रही। एजेंसी नेे स्वनिर्णय लेते हुए बिना संशोधित उत्तर तालिका के विद्यार्थियों के स्कोर जारी कर दिए। स्कोर जारी होने के पश्चात संशोधित उत्तर तालिका जारी की गई। जनवरी अटेम्प्ट की कार्यप्रणाली असामान्य एवं अपारदर्शी रही। किंतु अप्रैल अटेम्प्ट में एजेंसी से एक पारदर्शी कार्यप्रणाली अपेक्षित है।