गुड न्यूजः म्यूजिकल एक्शन थ्रिलर पर पहली हिंदी फिल्म ‘सयोनी’ 18 दिसंबर को देशभर में होगी रिलीज
न्यूजवेव @कोटा
कोरोना काल में बडे बैनर पर तैयार बॉलीवुड की पहली हिंदी फिल्म ‘सयोनी’ 18 दिसंबर को देशभर में रिलीज हो रही है। ‘चैन एक पल नहीं और कोई हल नहीं..सयोनी…सयोनी’ नब्बे के दशक में बॉलीवुड में धूम मचाने वाला यह गाना एक बार फिर मोहब्बत का जादू बिखेरने वाला है। इस फिल्म में रोमांटिक म्यूजिकल एक्शन थ्रिलर है, जिसमें एक्शन व म्यूजिक का जलवा साथ-साथ देखने को मिलेगा।
युवा अभिनेता तन्मय सिंह एवं तेलगू अभिनेत्री मुस्कान सेठी के साथ क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह व उपासना सिंह फिल्म में माता-पिता का किरदार निभा रहे हैं। खास बात यह कि आशिकी फेम हीरो राहुल रॉय फिल्म सयोनी में बतौर खलनायक दिखाई देंगे।
राजा हिंदुस्थानी, दामिनी, रफूचक्कर जैसी हिट फिल्में बनाने वाले निर्माता लकी नाडियाद वाला मूरानी प्रॉडक्शन, मुंबई ने कोरोना काल के दौरान बॉलीवुड में छायी खामोशी को तोडा है। अब तक 10 लाख से अधिक दर्शक सयोनी फिल्म के ट्रेलर देख चुके हैं। पार्श्व गायक अरिजीत सिंह की आवाज में टाइटल गीत ‘सयोनी..सयोनी..’ इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब पापुलर हो रहा है। मशहूर पंजाबी सिंगर मिक्का सिंह ने ‘एक पप्पी..’ गाने से फिल्म में पंजाबी तडका लगाया है। वहीं, गायक सचेत टंडन व सुकृति कक्कड़ ने ‘मोहब्बत आज नहीं..’ नग्मे से इसे रोमांटिक बना दिया है। सिंगर नूरान सिस्टर ने अपने गीत में सयोनी के दर्द को उकेरा है।
रोमांच व सस्पेंस भरी है कहानी
अभिनेता तन्मय सिंह फिल्म सयोनी में इंटरनेशनल शूटिंग चैम्पियन राजदीप रंधावा का किरदार निभा रहे हैं। उसे ऐसी लडकी से मुहब्बत हो जाती है जो रूस जाना चाहती है। अचानक वो गायब हो जाती है। राजदीप उसे इधर-उधर न तलाश कर खुद भी रूस चला जाता है। वहां प्रेमिका को ढूंढता है। लेकिन रूस में ड्रग स्मगलिंग के जाल में उसकी तलाश पूरी नहीं हो पाती है। इस बीच राहुल रॉय बतौर हिंदुस्थानी रसियन पुलिस इंस्पेक्टर उसकी मदद करते हैं। बाद में राजदीप को पता चलता है कि वो भी स्मगलिंग में शामिल हैं। वह दर-दर भटकता रहता है। फिल्म की कहानी में थ्रिलर, एक्शन व म्यूजिक होने से अंत तक दर्शकों को बांधे रखती है। अंत में अभिनेत्री सयोनी जिंदा मिल जाती है।
कोटा से लगाव है हीरो तन्मय को
फिल्म सयोनी के हीरो तन्मय सिंह ने खास बातचीत में बताया कि उसका बचपन कोटा के स्टेशन क्षेत्र में गुजरा है। पापा मुकेश सचदेवा व मां चित्रा कोटा में गारमेंट्स का बिजनेस करते रहे। समाजसेवी पीके आहूजा उसके मामा है। उसने भारतीय विद्यापीठ से ग्रेजुएशन किया। फिर लंदन से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा करके गारमेंट्स एक्सपोर्ट करने लगे। फिल्म निर्माता महेश भट्ट का एक कॉस्ट्यूम डिजाइन करके उन्होंने थियेटर में रूचि ली। चार साल पहले थियेटर गुरू अरविंद गौड़ के निर्देशन में नुक्कड़ नाटक शुरू किये। फिर मुंबई आकर थियेटर में अभिनय करने लगे। ऑडिशन देते रहे। सयोनी फिल्म के बाद वह दो अन्य हिंदी फिल्मों में भी अभिनय करेंगे। दादा व नाना कोटा में होने से वह कोटा जरूर आते है। यहां मदर टेरेसा निर्मल होम में असहाय जरूरतमंदों की आर्थिक मदद कर वह बहुत खुशी महसूस करते हैं।