‘साइकिल फॉर चेंज चैलेंज’ के तहत शहर में साइक्लिंग का माहौल बनाने पर हुई चर्चा
न्यूजवेव@ कोटा
शहर में साइक्लिंग हेतु अनुकूल माहौल विकसित करने के लिए ‘साइकिल फॉर चेंज चैलेंज’ के तहत कोर कमेटी व जन सहभागियों की ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि कोटा में लगभग 30 प्रतिशत लोग रोज साइकिल चलाते हैं। लगभग 33 प्रतिशत लोग हफ्ते में कुछ दिन साइकिल चलाते हैं। लगभग 78 प्रतिशत लोग स्वास्थ्य के लिए साइकिल चलाते हैं। केवल 5 प्रतिशत लोग काम पर जाने के लिए साइकिल का प्रयोग करते हैं लेकिन यदि साइक्लिंग के लिए सुरक्षित व सहज माहौल हो तो 25 प्रतिशत लोग काम पर जाने के लिए साइकिल का प्रयोग करेंगे। साइकिल चलाने वालों में 79 प्रतिशत पुरुष और 21 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें 80 प्रतिशत लोग 19 से 50 वर्ष की आयु के हैं। इस बारे में अब तक 410 प्रतिक्रियाएं मिली। जिसमें कुछ रोचक तथ्य भी सामने आए।
कोटा स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त सीईओ वासुदेव मालावत ने शहर में साइकिलिंग करने के लिये अनुकूल माहौल विकसित पर जोर दिया। कोटा स्मार्ट सिटी के उप नगर नियोजक भूपेश मालव ने साइकिल फॉर चेंज चौलेंज के बारे में प्रजेंटेशन दिया। सहभागियों से साइक्लिंग बढाने पर सुझाव मांगे गए। उन्होंने बताया कि साइकिल फॉर चेंज चेलेंज के लिए जारी ऑनलाइन सर्वे में https%@@bit-ly@2X0UK3v लिंक पर नागरिक अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
स्कूल व ऑफिसों में साइक्लिंग कल्चर हो
साइक्लिंग को मास्टर प्लान, भवन विनियमों एवं टाउनशिप पॉलिसी का एक जरूरी भाग बनाया जाए। साइक्लिंग के लिए आवश्यक जगह, लेन व रूट बनाए जाएं। साइकिल सवार को नगरीय निकाय द्वारा राईडर नम्बर दिये जावें। साइक्लिंग के लिए सरकारी व पारिवारिक आयोजन किये जाएं जिससे बच्चे व महिलायें साइक्लिंग में रूचि लें। साइक्लिंग के लिए सरकार द्वारा सुरक्षा संबंधी गाईडलाइन बनाई एवं लागू की जाए। साइक्लिंग को बढ़ावा देने के लिये साइकिल पर टेक्स घटाया जाए। जगह-जगह पर साइकिल रिपेयर व पार्किंग की सुविधा विकसित की जाए।
शहर के पेशेवर साइकिल सवारों व साइक्लिंग को बढ़ावा देने के लिए साइक्लिंग हेतु वेलोड्रॉम बनाया जाए। समीपवर्ती स्थानों व कम दूरी के लिए साइकिल का उपयोग किया जाए। साइकिल को स्कूल एवं ऑफिस की संस्कृति बनाएं और साइकिल सवारों को विभिन्न स्थानों जैसे पार्कों, मंदिरों व अन्य पार्किंग स्थानों पर छूट दी जाए।
आवारा मवेशी भी साइक्लिंग में रूकावट
एक सर्वे के अनुसार 67 प्रतिशत लोगों को तेज रफ्तार गाड़ियों से साइक्लिंग में रूकावट लगती है। 50 प्रतिशत लोगों को भारी यातायात रूकावट लगता है। 42 प्रतिशत लोगों को खुली नालियाँ व गटर रुकावट लगते है, 36 प्रतिशत लोगों को आवारा मवेशी रुकावट लगते हैं। बैठक में कोटा स्मार्ट सिटी लिमिटेड की वित्तीय सलाहकार डॉ. विधि शर्मा, अधीक्षण अभियंता राजेंद्र राठौड़, उप नगर नियोजक भूपेश मालव, एक्सईएन के.एम. शर्मा व शहर की प्रमुख संस्थाएं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इण्डिया व विभिन्न साइकिल क्लब जैसे साइक्लोट्रोटस, कोटा साइकिल कम्युनिटी, कोटा रोन्डेनेयर्स, कोटा जूनियर साइक्लोथॉन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।