न्यूजवेव@ कोटा
करणी नगर विकास समिति, कोटा में 8 वर्षीय निराश्रित बालक सनी मेहरा की खेलते समय बायीं आँख में गंभीर चोट लगी जिससे उसकी पारदर्शी पुतली (कोर्निया) कट गयी थी। रविवार को सुवि नेत्र चिकित्सालय के नेत्र चिकित्सकों ने उसका जटिल ऑपरेशन कर उसे फिर से रोशनी की उम्मीदें जगा दी हैं।
सुवि नेत्र चिकित्सालय एवं लेसिक लेज़र सेन्टर कोटा के निदेशक एवं वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. सुरेश पाण्डेय ने बताया कि 8 वर्षीय सनी मेहरा की बांयीं आँख में चोट लगने से आंख की रंगीन पुतली (आइरिस) बाहर निकल गयी थी, साथ ही साथ ट्रोमेटिक कैटरेक्ट (मोतियाबिन्द) भी बन गया था। जिससे उसे दिखना बिल्कुद बंद हो गया था।
करणी नगर विकास समिति के प्रवीण भण्डारी, हर्षित गौतम उसे लेकर सुवि नेत्र चिकित्सालय पहुंचे जहां ऑकुलोप्लास्टिक सर्जन डॉ. विदुषी पाण्डेय ने जांच की। चोट लगने से उसकी बायीं आंख गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। सनी की बायीं आंख में कोर्नियल टियर, आइरिस प्रोलेप्स और मोतियाबिन्द बन चुका था।
डॉ. विदुषी पाण्डेय ने चोटिल आंख का नेत्र ऑपरेशन करते हुए पारदर्शी पुतली (कोर्निया) के कटे हुए भाग को टेन जीरो नाइलोन नामक सूक्ष्म टाँकों के माध्यम से जोड़ा गया। आँख की पुतली को पियूप्लोप्लास्टी नामक ऑपरेशन द्वारा गोल आकार को पूर्व स्थिति में लाने का प्रयास किया। आंसू की क्षतिग्रस्त नली को केनालीकुलर स्टेंट के माध्यम से जोड़ा गया। ऑपरेशन के दौरान आंख का इन्फेक्शन रोकने के लिए इन्ट्राकेमरल मोक्सीफ्लोक्सेसिन इंजेक्शन का भी प्रयोग किया।
सुवि नेत्र चिकित्सालय में 2 घंटे चले इस जटिल ऑपरेशन में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. विजय गोयल ने भी सहयोग किया। ऑपरेशन के बाद सनी की बांयी आंख की धीरे-धीरे रिकवरी हो रही है और लगभग 2 महीने बाद लैंस प्रत्यारोपण किया जायेगा, जिसके बाद उसकी रोशनी में सुधार होना संभव हो सकेगा। करणी नगर विकास समिति की प्रसन्ना भण्डारी ने सफल ऑपरेशन के लिए सुवि नेत्र चिकित्सालय के डॉ. सुरेश पाण्डेय एवं डॉ. विदुषी पाण्डेय का आभार व्यक्त किया।