नवनीत कुमार गुप्ता
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सन् 1972 से प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए यह सबसे बड़ा अभियान है। 5 जून को भारत 44वें विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी कर रहा है, जिसकी विषय वस्तु है- प्लास्टिक प्रदूषण को मात दो, यानी Beat Plastic Pollution.
सयुक्त राष्ट्र के अनुसार, प्रतिवर्ष दुनिया में 500 अरब प्लास्टिक बैग का उपयोग हो रहा है, जो सभी अपशिष्टों का 10 प्रतिशत है। समुद्र में करीब 80 लाख टन प्लास्टिक बहा दिया जाता है, अर्थात् प्रति मिनट एक ट्रक कचरा समुद्र में डाला जा रहा है। प्लास्टिक को समाप्त होने में 450 से 1000 वर्ष लगते हैं। नईदिल्ली में केन्द्रीय वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने नागरिकों से प्लास्टिक रोकने की है।
प्लास्टिक समस्या से निपटने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ में देशवासियों से इसके विरूद्ध प्रतिबद्ध होने की अपील की। उन्होंने कहा कि निम्न स्तर के पॉलिथीन का उपयोग न करें तथा पर्यावरण, वन्य जीवन और स्वास्थ्य पर प्लास्टिक प्रदूषण का नकारात्मक प्रभाव कम करने की कोशिश करें।
The Knowledge Coalitions पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर देश में कई समारोह आयोजित हो रहे हैं। सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाएं पर्यावरण से जुड़ी इस गंभीर समस्या पर सेमिनार, कार्यशाला तथा संगोष्ठियां आयोजित करेंगी। 1 जून को विज्ञान भवन, नईदिल्ली में The Knowledge Coalitions विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। संगोष्ठी में वायु प्रदूषण, हिमालय की पारिस्थितिकी, प्लास्टिक प्रदूषण, समुद्र को साफ रखने की रणनीति, नई प्लास्टिक अर्थव्यवस्था, तथा अपशिष्टों से संसाधनों का निर्माण आदि ज्वलंत विषयों पर मंथन हुआ।
विज्ञान भवन में 2 से 5 जून तक टेक्निकल प्रदर्शनी ‘संबंध’ का आयोजन किया जा रहा है। 4 जून को राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की “हरित भारत” पर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। 5 जून को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अंतिम सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें सभी राज्यों के पर्यावरण मंत्री शामिल होंगे।
करें प्लास्टिक से तौबा
केंद्र सरकार के #BeatPlasticPollution शीर्षक से “मिस्ड कॉल कैम्पेन” में अभी तक 10,000 से अधिक लोगों ने शपथ लिया है। प्लास्टिक प्रदूषण कम करने के शपथ के लिए 18001371999 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। आईये, इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर हम सब एक स्वच्छ तथा हरित भविष्य बनाने के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करने का शपथ लें।
(लेखक विज्ञान प्रसार, नईदिल्ली में प्रोजेक्ट अधिकारी हैं)