बूंदी जिले में इंडियन पोटाश लिमिटेड द्वारा कृृषि संगोष्ठी में दी वैज्ञानिक जानकारी
न्यूजवेव @ कोटा
इंडियन पोटाश लिमिटेड, जयपुर द्वारा बूंदी जिले के कापरेन कस्बे में मंगलवार को कृषि संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमे कृषि विभाग कोटा के अनुसंधान अधिकारी डॉ. नरेश शर्मा, नोडल अधिकारी कोटा डॉ. डी.आर. मेघवाल एवं घनश्याम मेहता ने जिले के किसानों को कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन दिनों मौसम विभाग के वैज्ञानिक पूर्वानुमान के आधार पर खेतों में तैयार रबी की पैदावार को प्लास्टिक से ढककर आर्थिक नुकसान से बचें।
किसान फसल बीमा करवायें
अनुसंधान अधिकारी डॉ. नरेश शर्मा ने कहा कि किसान पैदावार बढ़ाने के लिये रासायनिक उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण अचानक हो रही ओलावृष्टि व बरसात के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाव के लिये प्रतिवर्ष फसल बीमा करवाने की सलाह दी। संगोष्ठी में डॉ मेघवाल ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाआंे एव रासायनिक उर्वरकों को प्रयोग करने की विधि की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को अपने खेत की मिट्टी जाँच करने की सलाह दी। वक्ताओं ने जैविक उर्वरको के उपयोग के बारे में भी बताया।
फसलों मे पोटाश की उपयोगिता
इंडियन पोटाश लिमिटेड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित कुमार ने ग्रामीण किसानों एवं विक्रेताओ को आईपीएल उत्पादों पोटाश, सिटी कम्पोस्ट, पोली हेलाइट आदि के बारे में जानकारी देकर फसलों मे पोटाश की उपयोगिता को बताया। कार्यक्रम मे घनश्याम मेहता ने कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारो को किसानों के लिये लाभदायक बताया। संगोष्ठी मे रोहित गुर्जर एवं अनन्य गोयल ने किसानो को नेनो यूरिया पोटाश जिप्सम की जानकारी दी। गोयल लिंक ट्रेड्स कोटा के प्रमोद गोयल ने कहा कि कृषि संगोष्ठी से ग्रामीण क्षेत्रों के किसान जागरूक होकर खेतों में तैयार फसलों को सुरक्षित कर मौसम परिवर्तन के कारण हो रहे भारी आर्थिक नुकसान से बचाव कर सकेंगे। संगोष्ठी में बूंदी जिले से 300 से अधिक किसानों व खाद विक्रेताओं ने भाग लिया।