Wednesday, 16 April, 2025

कोटा संभाग के किसानों को मिलेगा 14000 मैट्रिक टन यूरिया

न्यूजवेव कोटा
संभाग के किसानों को अगले दो दिनों में 14 हजार मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा। ये खाद रैकों के जरिये ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से वितरित किया जायेगा। संभागीय आयुक्त के.सी.वर्मा ने बताया कि संभाग में किसानों को अब यूरिया खाद की उपलब्धता में कमी नहीं आने दी जायेगी।

सोमवार को बून्दी जिले में कृभको कंपनी की रैक से 2610 मैट्रिक टन यूरिया पहुंच गया। जिसका वितरण सहकारी समितियों से करवाया जा रहा है। सोमवार रात को गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स लि. की एक रैक से 2600 मैट्रिक टन यूरिया कोटा पहुंच रहा है, जिसे कोटा, बांरा, बून्दी, झालावाड़ जिलें में वितरित करवाया जायेगा। इससे कोटा जिले के किसानों को 950 मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराया जायेगा। 25 दिसंबर को आईपीएल द्वारा बारां जिले में 3198 मैट्रिक टन रैक लगाई जा रही है। इसी तरह, मंगलवार को इफको की एक रैक से 3190 मैट्रिक टन यूरिया कोटा में आ रहा है।

सयुक्त निदेशक कृषि रामअवतार शर्मा ने बताया कि सी.एफ.सी.एल द्वारा नियमित रूप से 1500 से 2000 मैट्रिक टन यूरिया सड़क मार्ग द्वारा आ रहा है। कुल मिलाकर दो दिन में कोटा संभाग में 14000 मैट्रिक टन यूरिया वितरित करवाया जावेगा। जिला कलक्टर मुक्तानन्द अग्रवाल ने पारदर्शिता से यूरिया वितरण के लिए उपखण्ड अधिकारियों एवं कृषि विभाग को निर्देश दिये गये हैं। कोटा संभाग में विभिन्न उर्वरक कम्पनियों से लगाई जा रही रैकों से जिले के काश्तकारों को यूरिया खाद उपलब्ध कराया जायेगा।

कृषि पर्यवेक्षक करेंगे निगरानी
कोटा जिले में प्रतिदिन यूरिया वितरण की सूचना कम्पनियों द्वारा जिला प्रशासन को दी जायेगी। जिला कलक्टर मुक्तानन्द अग्रवाल के निर्देश पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण कार्य विक्रेताओं के गोदाम से जीएसएस, केवीएसएस, अटल सेवा केन्द्र, पंचायत भवन पर बिल कटने के बाद ही किया जाएगा। सीईओ ने बताया कि कोटा शहर के भामाशाह मंडी क्षेत्र के विक्रेता अपने-अपने पॉस मशीन से बिल देकर किसान भवन, भामाशाह मंडी के अन्दर कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी एवं सहकारिता विभाग के कर्मचारियों की देखरेख में वितरण करेंगे।

किसान दस्तावेज साथ लायें
जिला परिषद के सीईओ ने कहा कि किसान आधार कार्ड के साथ राजस्व दस्तावेज की प्रति भी साथ लावे। जिससे किसानों को खाद प्राप्त करने में असुविधा नहीं हो तथा कालाबाजारी से बचा जा सके। उन्होंने खाद कम्पनियों को पाबंद किया कि वे अनिवार्य रूप से हॉलसेल डीलर को उपलब्ध करवाये गये खाद की उपलब्धता की सूचना नियमित रूप से उपलब्ध कराये। वर्तमान में जिले में सीएफसीएल द्वारा प्रत्येक दिन 500 से 600 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध करवाया जा रहा है एवं कम्पनी के प्रतिनिधि को भी रेक लगवाने हेतु निर्देश दिये गये है।

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