न्यूजवेव @ कोटा
नेहरू विज्ञान केन्द्र, मुम्बई द्वारा 12 से 15 दिसंबर तक आयोजित पश्चिम भारत विज्ञान मेला-2018 में कोटा के छात्र भारत श्रृंगी के मॉडल ‘ऑटोमेटिक इको यूरिया स्प्रिंकलर को प्रथम पुरस्कार मिला। समारोह का उदघाटन वैज्ञानिक एवं लेखक डॉ.बाल फोनके ने किया। कोटा के सेन्ट्रल एकेडमी शिक्षान्तर सी.सै.स्कूल, के छात्र भारत ने अपनी सृजनात्मक पहल से राष्ट्रीय स्तर पर शहर व राज्य का गौरव बढाया।
उसने बताया कि इस ऑटोमेटिक यूरिया स्प्रिंकलर को सोलर ऊर्जा से संचालित कर सकते हैं। इस मॉडल को वेस्ट मटेरियल से तैयार किया है। इसमें यूरिया की मात्रा कम करने के लिए सिस्टम लगाया है। यह मशीन 20 से 25 बीघा खेत में एक समान यूरिया का छिडकाव कर सकती है। इसमें पेस्टीसाइड छिडकने की मशीन भी लगायी है। इसकी लागत करीब 3000 रू.है। सामान्य किसानों के लिए यह मशीन उपयोगी रहेगी। क्यांेकि किसान इस मशीन पर बैठकर खेत में डाले जाने वाले यूरिया एवं पेस्टीसाइड की मात्रा को भी नियंत्रित कर सकता है। यह पूरी तरह इको फ्रेडली है।
परियोजना अधिकारी भुवनेश कुमार शर्मा ने बताया कि 31वें पश्चिम भारत विज्ञान मेले में देश के पश्चिम जोन के राजस्थान, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, दमन-दीव एवं दादरा-नागर हवेली से आये 45 मॉडल प्रदर्शित किये गये।
इसमें 29 मॉडल विद्यार्थियों द्वारा एवं 16 मॉडल शिक्षकों द्वारा बनाये गये थे। जिसमें भारत श्रृंगी के मॉडल को प्रथम स्थान के लिए चुना गया। प्रतियोगिता में कोटा के ही छात्र जितेन्द्र मीणा द्वारा बनाया मल्टी एग्रीकल्चरल ट्रेक्टर भी आकर्षण का केंद्र रही।
प्रतियोगिता राज्य स्तर पर विज्ञान केन्द्र, कोटा में हुई थी, जिसमें चयनित विद्यार्थियों के मॉडल को पश्चिम भारत विज्ञान मेला-2018 के लिए मुंबई भिजवाया गया। अनुसंधान अधिकारी प्रतिभा श्रृंगी ने कहा कि इससे छात्रों में इनोवेशन को बढावा मिलेगा।