Thursday, 12 December, 2024

कॅरिअर पाॅइन्ट यूनिवर्सिटी की छात्रा स्नेहा टीवी सीरियल में

‘मन में है विश्वास’ और ‘कसम’ सीरियल में कलर्स चैनल पर दिखाएगी अभिनय का हुनर। सुपर माॅडल-2016 का खिताब मिला।
कोटा। कॅरिअर पाॅइन्ट यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक करते हुए स्नेहा सिंह
ने अपने इनर स्किल को भी हमेशा आगे रखा। वह इंजीनियर की बजाय एक्टर बनना चाहती है। इसलिए माॅडलिंग और एक्टिंग में कोशिशें जारी रही। इस वर्ष दिल्ली में एक नेशनल इवेंट कंपनी डेजिन एश ग्रुप के ‘प्रोफेशनल माॅडलिंग काॅन्टेस्ट’ में उसे ‘सुपर माॅडल-2016’ का खिताब मिला। उसने बताया कि सबसे बडी खुशी उस समय मिली जब मार्च,201़6 में बालाजी टेलीफिल्म, मुंबई के प्राॅडक्शन हाउस आॅडिशन में एक्टिंग के लिए सलेक्शन हुआ। मुंबई में सीरियल में एक्टिंग की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उसे एक्टिंग में नेशनल डिप्लामा मिल जाएगा।
इससे पहले उसने ‘मन में है विश्वास सीरियल’ में अभिनय किया। जल्द ही कलर्स चैनल पर आने वाले सीरियल ‘कसम’ में अभिनय के लिए उसका फाइनल सलेक्शन हुआ है। इसमें मुंबई, दिल्ली, बैंगलुरू और कोटा से चार कलाकार चुने गए हैं। राज्य से चयनित वह एकमात्र अभिनेत्री है जो नए सीरियल के महत्वपूर्ण रोल में छोटे परदे पर दिखाई देगी। 6 जून को इसका आॅडिशन हुआ। इन दिनों वह सीरियल ‘कसम’ की मुंबई में शूटिंग कर रही है।

बाॅस्केटबाल खिलाड़ी ने साधा लक्ष्य पर निशाना
बचपन से एक्टिंग में रूचि लेने वाली कोटा की होनहार कलाकार स्नेहा ने इंजीनियरिंग की बजाय एक्टिंग में कॅरिअर बनाने का निश्चय किया है। सीपीयू में भी रेगुलर पढाई के दौरान भी एक्टिंग और स्पोट्र्स में उसकी गहरी रूचि रही। कल्चरल फंक्शन में उसने अभिनय में अपने नेचुरल टेलेंट को दर्शाया। इतना ही नहीं, वह सीपीयू के प्ले ग्राउंड में बास्केटबाॅल खेलते हुए हमेशा अव्वल रही। हमेशा उंचा लक्ष्य रखते हुए वह ख्वाहिश पूरी करना चाहती है। नेशनल बास्केटबाल प्लेेअर स्नेहा को ‘बेस्ट ट प्लेअर आॅफ द सीरीज’ के साथ गोल्ड मेडल मिला।
बीमारी ने दिखाया नया सपना
स्नेहा बताती है कि पुणे के एक इंजीनियरिंग काॅलेज से वह बीटेेक कर रही थी, वहां फस्र्ट इयर में अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उसने कोटा आकर सीपीयू में एडमिशन लिया। यहां आकर उसे अपना ड्रीम पूरा करने के लिए कुलपति ने बहुत सपोर्ट किया। अपने कॅरिअर की शुरूआत वह टीवी सीरियल से कर रही है लेकिन मूवी में एक्टिंग करना असली सपना है, जिसे वह जल्द सच कर दिखाएगी। मां मंजू सिंह बेटी की प्रतिभा को साकार होते देख बहुत खुश है। उनका कहना है कि इंजीनियर बनना जरूरी नहीं है, बच्चों को अपनी रूचि के क्षेत्र में आगे बढने का अवसर मिल जाए तो वे उंचाइयों को छू लेते हैं। यूनिवर्सिटी में उसका ओवरआॅल डेवलपमेंट हुआ, जिससे उसने अपनी विधा को छोटे परदे पर जाकर साबित कर दिखाया।

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