18वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला ओजस्वी उदबोधन
न्यूजवेव@ नई दिल्ली
बुधवार को संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिये पदभार ग्रहण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उन्हें आसन पर सम्मानित किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण काल खंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होने का बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है और आपके साथ हम लोगों का मतलब पांच साल का अनुभव, हम सबका विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल हम सब का मार्गदर्शन भी करेंगे और देश की आशा और अपेक्षाएँ पूर्ण करने के लिए इस सदन में अपना दायित्व निभाने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।
अध्यक्ष जी, हमारे शास्त्रों में कहा है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सहज रूप से होता है और आपके चेहरे की ये मीठी-मी्ठी मुस्कान पूरे सदन को भी प्रसन्न रखती है। मुझे विश्वास है आप हर कदम पर नए प्रतिमान, नए कीर्तिमान गढ़ते रहेंगे। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार संभालना ये अपने आप में नया रिकॉर्ड बनते हम देख रहे हैं। श्री बलराम जाखड़ पहले ऐसे अध्यक्ष थे, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करके फिर दोबारा उनको स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उसके बाद आप हैं, जिन्हें पांच साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। गत 20 साल का ऐसा कालखंड रहा है कि ज्यादातर स्पीकर या तो उसके बाद चुनाव नहीं लड़े हैं, या जीतकर नहीं आए हैं। आप समझ सकते हैं कि स्पीकर का काम कितना कठिन हैं कि उसके लिए दोबारा जीतना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आप तीसरी बार जीतकर आए हैं, इसलिए एक नया इतिहास आपने गढ़ा है।
इस सदन में ज्यादातर हमारे सभी माननीय सांसद आपसे परिचित हैं, आपके जीवन से भी परिचित हैं और पिछली बार मैंने इस सदन में आपके संबंध में काफी कुछ बातें रखी भी थी और मैं आज उसको दोहराना नहीं चाहता हूं, लेकिन मैं एक सांसद के रूप में और हम सभी सांसद के रूप में आप जिस प्रकार से एक सांसद के नाते काम करते हैं, ये भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि आपकी कार्यशैली सांसद भी, हमारे जो पहली बार सांसद बने हैं, हमारे युवा सांसद हैं, उनको जरूर प्रेरणा देगी। आपने अपने कार्यक्षेत्र में, संसदीय क्षेत्र में स्वस्थ मां और स्वस्थ शिशु, एक प्रतिबद्धता के साथ जो अभियान चलाया है और सुपोषित मां अभियान को प्राथमिकता देना वाकई प्रेरक है।
कोटा के ग्रामीण क्षेत्रों में हास्पिटल ऑन व्हील्स जैसा मानव सेवा का उत्तम कार्यं आपने चुना है, वो गांव-गांव में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में मदद कर रहा है। आप नियमित रूप से गरीबों को कपड़े, कंबल, मौसम के अनुसार छाता, जूते जैसी अनेक सुविधाएं समाज के आखिरी तबके को पहुंचाते हैं। खेलों में प्रोत्साहन देकर अपने क्षेत्र के युवाओं को उर्जा दी है।
17वीं लोकसभा में एतिहासिक निर्णय हुये
प्रधानमंत्री ने कहा कि 17वीं लोकसभा में संसदीय इतिहास का वो स्वर्णिम काल खंड रहा जब आपकी अध्यक्षता में संसद में कई ऐतिहासिक निर्णय हुए हैं। 17वीं लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य बिल, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक, कंजूमर प्रोटेक्शन बिल, डायरेक्ट टैक्स विवाद से विश्वास विधेयक, सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्र महत्व जैसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक कानून इस सदन ने पारित किए हैं।
नया संसद भवन, नई सौगात
अध्यक्ष जी, लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई पड़ाव आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं जब हमें कीर्तिमान स्थापित करने का सौभाग्य मिलता है। मैं मानता हूं कि ये नया संसद भवन भी अमृतकाल के भविष्य को लिखने का काम करेगा और वो भी आपकी अध्यक्षता में। नए संसद भवन में हम सबका प्रवेश आपकी ही अध्यक्षता में हुआ और आपने संसदीय कार्यप्रणाली को प्रभावी और जिम्मेदार बनाने के कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। जिससे लोकतंत्र को मजबूती देने में मदद मिली है। लोकसभा में हम पेपरलेस डिजिटल व्यवस्था से आज काम कर रहे हैं। पहली बार आपने सभी माननीय सांसदों को ब्रिफिंग के लिए एक व्यवस्था खड़ी की। इससे सभी माननीय सांसदों को भी आवश्यक सामग्री मिली। उससे सदन की चर्चा अधिक पुष्ट हुई है। ये आपका एक अच्छा नवाचार रहा जिसने सांसदों में भी विश्वास पैदा हुआ कि मैं भी कुछ कह सकता हूं, मैं भी अपने तर्क दे सकता हूं। एक आपने अच्छी व्यवस्था को विकसित किया।
जी-20 भारत की सफलता का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। आपके नेतृत्व में जी-20 देशों के पीठासीन अधिकारी, स्पीकर का सम्मेलन हुआ। दुनिया के सर्वाधिक देश भारत आए और भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को देखा।
कोरोना कालखंड में हर सांसद से बात की
हमारा संसद भवन सिर्फ चार दीवारे नहीं है। ये संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है। संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण देशवासियों के मन में लोकतंत्र को अधिक मजबूत बनाती है। आपके मार्गदर्शन में 17वीं लोकसभा में कोरोना जैसे मुश्किल कालखंड में हर सांसद से व्यक्तिगत फोन पर बात कर उनका हाल पूछा। कहीं किसी सांसद की बीमारी की खबर आई तो आपने सदन के अध्यक्ष के नाते व्यक्तिगत रूप से उसकी चिंता की और वो जब सभी दल के सांसदों से जब मुझे सुनने को मिलता था, मुझे बड़ा गर्व होता था कि जैसे आप इस सदन के परिवार के मुखिया के रूप में उस कोरोना कालखंड में भी व्यक्तिगत चिंता करते थे।
कोरोना काल में भी आपने सदन का काम रूकने नहीं दिया। सांसदों ने भी आपके हर सुझाव को सर आंखो पर चढ़ाया, किसी को ऊपर बैठने को कहा तो वहां जाकर के बैठा, किसी को दूसरी जगह पर जाकर के बैठने को कहा तो वो भी बैठा, लेकिन देश के काम को किसी ने रूकने नहीं दिया। लेकिन आपने ये जो फैसले किए, उसका परिणाम है कि हम उस कठिन कालखंड में भी कार्य कर पाए और ये खुशी की बात है कि कोरोना काल में सदन की 170 प्रतिशत उत्पादकता रही, जो दुनिया के लिए बड़ी खबर है।
कठोर निर्णय लेकर सदन की गरिमा बढाई
हम सब चाहते हैं कि सदन में आचरण, सदन के नियमों का पालन हम सब करें और आपने बड़े सटीक तरीके से, संतुलित तरीके से और कभी-कभी कठोरता के साथ भी फैसले लिए हैं। मैं जानता हूं कि ऐसे निर्णय आपको पीड़ा भी देते हैं। लेकिन सदन की गरिमा और व्यक्तिगत पीड़ा में आपने सदन की गरिमा को पसंद किया और सदन की परंपराओं को बनाने का प्रयास किया, इस साहस पूर्ण काम के लिए भी आदरणीय अध्यक्ष जी, आप अभिनंदन के अधिकारी हैं। मुझे विश्वास है आदरणीय अध्यक्ष जी, आप तो सफल होने ही वाले हैं। लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये 18वीं लोकसभा भी बहुत सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनों को पूर्ण करेगी। मैं फिर एक बार आपको इस महत्वपूर्ण दायित्व के लिए और देश को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाने वाले इस सदन की अध्यक्षता के लिए हृदय से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं! बहुत-बहुत बधाई देता हूं!
नये संसद भवन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संभाली बागडौर
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