Tuesday, 16 September, 2025

मसाला उद्यमियों की नेशनल मीट 28 व 29 जनवरी को जयपुर में

राजस्थान एसोसिएशन ऑफ स्पाइसेस (RAS) द्वारा आयोजित बिजनेस मीट में विभिन्न राज्यों के 600 से अधिक मसाला व्यवसायी भाग लेंगे
न्यूजवेव @ जयपुर

राजस्थान एसोसिएशन ऑफ स्पाइसेस (RAS) के तत्वावधान में 28 व 29 जनवरी को जयपुर में कूकस स्थित एक रिसोर्ट में दो दिवसीय नेशनल बिजनेस मीट-2023 आयोजित की जायेगी। जिसका उद्घाटन शनिवार सायं 4 बजे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला करेंगे। समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को भी आमंत्रित किया गया है।
समारोह में आची मसाला, चेन्नई के चेयरमैन पदम सिंह आईसेक, एमडीएच मसाला, नागौर के निदेशक सुरेश राठी, जेब्स इंटरनेशनल, मुंबई के एमडी भास्कर शाह, गोल्डी मसाले, कानपुर के चेयरमैन सुरेंद्र गुप्ता, शक्ति मसाला, इरोड के ऑनर पीसी दुरैस्वामी, एवरेस्ट मसाला, मुंबई के हेड राजीव शाह एवं भारत मसाला, कटक सहित कई मसाला निर्यातक, व्यवसायी एवं कृषि अनुसंधान अधिकारी भाग लेंगे।
रास के संस्थापक निदेशक विनित चौपडा, बनवरी लाल अग्रवाल, जोधपुर जीरा मंडी अध्यक्ष पुरूषोत्तम मूंदडा, पीसीके माहेश्वरन, श्याम सुंदर जाजू, लाडेश जैन, महावीर गुप्ता ने एक बैठक में बताया कि नेशनल मीट में विभिन्न राज्यों से प्रमुख मसाला निर्माता, निर्यातक, मिलर्स, व्यवसायी एवं स्पाइस सेवा प्रदाता साझा मंच पर जीरा, धनिया, सौफ, कसूरी मैथी आदि मसाला उत्पादों की वर्तमान पैदावार एवं भविष्य में संभावनाओं तथा प्रदेश की नई कृषि उद्योग नीति पर विशेषज्ञों के साथ पैनल चर्चा की जायेगी। जिससे प्रदेश में नये मसाला उद्योग स्थापित होने की संभावना बढ़ सकती है।
मसाला उत्पादन में भारत सबसे अग्रणी देश है। इसी तरह, मसालों की पैदावार में राजस्थान सबसे आगे है। केंद्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र दुर्गापुरा जयपुर के अनुसार, प्रदेश के जालौर में जीरा, ईसबगोल, नागौर में मैथी, बिलाडा में सौंफ, कोटा व बारां में धनिया, सौंफ व लहसुन, जोधपुर में जीरा, मिर्च, नागौर में कसूरी मैथी की खेती बहुतायत से होती है। नागौर जिले की मेडता सिटी में जीरा मंडी, रामगंजमंडी कोटा में धनिया मंडी, सोजत पाली में मेंहदी मंडी प्रसिद्ध है। इन क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मसाला व्यवसायी शामिल होंगे।
सेटेलाइट सर्वे की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे
रास द्वारा तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश व गुजरात के 20 जिलों में होने वाली मसाला पैदावार की वास्तविक स्थिति की पडताल करने के लिये व्यापक सेटेलाइट सर्वे किया जा रहा है। आरएमएसआई, बैंगलुरू के निदेशक कुमार जीत मजूमदार ने बताया कि तीनों प्रदेश के मसाला उत्पादन की वैज्ञानिक सेटेलाइट सर्वे रिपोर्ट को नेशनल बिजनेस मीट में प्रस्तृत किया जायेगा, जिससे व्यवसायियों, निर्यातकों, उद्यमियों एवं किसानों को मांग-आपूर्ति के आधार पर भविष्य की संभावनाओं का पता चल सकेगा। इसमें क्रॉप सर्वे, डाटा और क्रॉप हैल्थ पर विश्लेषण के साथ सार्थक चर्चा की जायेगी।

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