गणिनी आर्यिका 105 श्री विशुद्धमति माताजी का राष्ट्रीय स्वर्णिम संयम दीक्षा महोत्सव
न्यूजवेव @ कोटा
जैन समाज ने त्रिदिवसीय राष्ट्रीय स्वर्णिम संयम दीक्षा महोत्सव में शनिवार 9 मार्च को 1 लाख दीपकों से महाआरती का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। दशहरा मैदान में चल रहे महोत्सव में हेलिकॉप्टर से स्वर्ण, रजत और पुष्पों की वर्षा की गई। जिनाभिषेक, शांतिधारा, विशुद्धमति माताजी की भव्य महापूजा, आराधना के दिव्य कार्यक्रम हुए। गणिनी आर्यिका विशुद्धमति माताजी का 51 स्वर्ण रजत कलशों से पाद प्रक्षालन किया गया तथा मध्यान्ह विनयांजलि सभा आयोजित की गई।
स्वर्णिम संयम दीक्षा महोत्सव पर जैन समाज कोटा की ओर से श्रद्धालुओं ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर मिट्टी के दीयों को जलाना शुरू किया तो एक-एक कर 1 लाख 384 दीपक प्रज्जवलित हो उठे, जिससे एक साथ दीपक रोशन करने का विश्व कीर्तिमान रच दिया गया।
आचार्य निर्मल सागर सभागार दशहरा मैदान में मिट्टी से बने दीयों को जलाने के लिए महिला पुरूष, बच्चे बुजुर्ग सभी के मन में अपार उत्साह दिखा। हर दीपक से निकलने वाली ऊर्जा आध्यात्मिक उर्जा में बदल गई। श्रद्धालुओं ने महसूस किया कि यह तप की दिव्य रोशनी है, जिससे जैन समाज दुनियाभर में आलोकित हुआ है।
जगमगाते दीये आसमां में सितारों की तरह झिलमिल टिमटिमाते रहे। सामूहिक दीप प्रज्जवलन के साथ समूचा प्रांगण आर्यिका संघ के जयकारों से गूंज उठा। ज्योति जलाने के लिए अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए थे। सभागार के बीच में एक गलियारे में 7 ओम और 8 स्वस्तिक के चिन्ह भी दीपकों से बनाए गए थे। यह दीपोत्सव धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक आभामंडल बन गया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी आलोक कुमार और जसविंदर सिंह ने आयोजकों को प्रोविजनल सर्टिफिकेट सौंपे। इस दौरान ‘दीप जलाओ, थाल सजाओ’, ‘उतारो मां की आरती…’ ‘लगे कोटा नगर प्यारा, आप लगाओ जयकारा…’ जैसे मधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई तो भक्त भावविभोर होकर नाचने लगे। लोक कलाकारों ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुति दी।
85 टीन घी से जलाए दीपक
दीपक व्यवस्था के संयोजक राकेश मडिया ने बताया कि रात्रि 8 बजे से सुबह 4 बजे तक 1 लाख 384 दीपक पांडाल में सजाए गए थे। जिसमें 85 टिन घी, 4000 मोमबत्ती और माचिस तथा सवा लाख बत्तियां लगाई गई थीं। इन बत्तियों को घरों में तैयार कराया गया था। इस कार्यक्रम की तैयारी एक वर्ष से चल रही थी।
ये रहे उपस्थित
महोत्सव में उपमहापौर सुनीता व्यास, जस्टिस एनके जैन, राजकुमार पाटौदी, विमल जैन नान्ता, दीपक डीसीएम, प्रकाश बज, राजमल पाटौदी, अजय बाकलीवाल, नरेश बैद, सनमत अंचल जैन, विकास अजमेरा, अशोक पाटनी, सुरेश चांदवाड़, जेके जैन, राजेन्द्र गोधा, ज्ञानचंद झांझरी, गणेश राणा, भागचंद लुहाड़िया, निला झांझरी, ज्ञानमाला, मनीष बैद, भानुकुमार जैन, धर्मचन्द काला, शंकुंतला काला, अशोक पहाड़िया, पारस जैन, विनोद टोरड़ी, रितेश सेठी, ऐश्वर्य पाटौदी, निशा बैद, वंदना बड़जात्या, सुभाष पालीवाल, पीयूष बज, संदीप कासलीवाल, कैलाशचन्द, सुरेन्द्र सेठी, कपिल जैन आगम, दीपक जैन नान्ता, अनिल काला, कमलेश सांवला, नकुल गंगवाल, राजेश मंगल, संजय जैन, मनोज जैन, जम्बुकुमार जैन, नवीन जैन, विजय दुगेरिया, बसंत झांझरी, राजकुमार जैन, मनीष पाटनी, देवेन्द्र टोंग्या, कैलाश जैन, राकेश जैन चपलमन, योगेश , निर्मल कुमार सेठी, नरेन्द्र जैन जयपुर, अशोक जैन दिल्ली, बाबूलाल जैन, यतीश जैन, कुलदीप जैन, माणकचनद जैन, पप्पू लुहाड़िया, राजकुमार लुहाड़िया समेत कईं लोग उपस्थित थे।