आईआईटी-बीएचयू ने शताब्दी वर्ष में डवलप किया स्वदेशी सुपर कंप्यूटर
न्यूजवेव @ बनारस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IIT-BHU द्वारा निर्मित सुपरकम्प्यूटर ‘परम शिवाय’ का लोकार्पण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने संस्थान के शताब्दी वर्ष पर डाक टिकट व अलबम भी जारी किया।
डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए नेशनल सुपर कम्प्यूटिंग मशीन (NSM) के तहत यह सुविधा आईआईटी बीएचयू में शुरू की गई है।
आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो.प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि सेंटर फॉर डवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) ने NSM श्रृंखला के तहत 833 टेराफ्लॉप क्षमता के प्रथम सुपर कंप्यूटर ‘परम शिवाय’ का स्वदेशी निर्माण किया है। इसकी लागत 32.5 करोड़ रूपये है।
इससे हर क्षेत्र को मिलेगा फायदा
सुपर कंप्यूटर का लाभ आईआईटी बीएचयू के संकाय सदस्यों, वैज्ञानिकों और शोध छात्रों के साथ ही पूर्वी यूपी के आसपास के इंजिनियरिंग कॉलेज के रिसर्च स्कॉलर के साथ सरकारी रिसर्च लेबोरेट्री में चल रही राष्ट्रीय परियोजनाओं को कंप्यूटर पॉवर दिया जाएगा। इसकी 40 प्रतिशत कम्प्यूटर क्षमता नवोदय स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा उपयोग की जाएगी। सुपर कंप्यूटर का प्रयोग जलवायु मॉडलिंग, मौसम की भविष्यवाणी, अंतरिक्ष इंजीनियरिंग, भूकंपीय विश्लेषण, वित्त आपदा सिमुलेशन और प्रबंधन, वृहद डाटा एनालेटिक्स, सूचना संग्रह आदि क्षेत्रों में हो सकेगा। जनता के लिये सिंचाई, ट्रैफिक मैनेजमेंट व सस्ती दवाओं की खोज आदि में भी सुपर कम्प्यूटर अहम भूमिका निभाएगा।