कोटा बैराज के पास चम्बल किनारे पर 6 करोड़ से होगा सौंदर्यीकरण, यूआईटी ने प्रक्रिया शुरू की
न्यूजवेव @ कोटा
कोटा बैराज के आसपास चंबल नदी के विहंगम दृश्य को सैलानी नजदीक से देख सकेंगे। इसके लिए चंबल के दोनो छोर का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
कोटा उत्तर विधायक प्रहलाद गुंजल ने चंबल नदी के दोनों किनारों को विकसित करने के लिए राज्य सरकार को 15 करोड़ रूपए की विस्तृत कार्ययोजना का प्रस्ताव भेजा था, जिस पर राज्य सरकार ने चंबल नदी के एक किनारे को विकसित करने के लिए 6 करोड़ रू की वित्तीय मंजूरी दे दी है।
दूसरे किनारे को विकसित करने के लिए वन विभाग की आपत्ति के कारण फिलहाल इसे रोक दिया गया है। राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने पर नगर विकास न्यास ने चंबल के एक छोर के सौंदर्यीकरण के लिए 6 करोड़ रू. की निविदा जारी कर दी है।
विधायक गुंजल ने बताया कि सदानीरा चम्बल को देखने के लिए देश-विदेश के सैकड़ों सैलानी प्रतिवर्ष कोटा आते हैं, बरसात के दिनों में बैराज के 19 गेट से निकलती अथाह जल हिलौरें पर्यटकों में रोमांच पैदा कर देती है। इसके किनारे को खूबसूरत बनाने से हाड़ौती पर्यटन सर्किट में यह प्राकृतिक पर्यटक स्थल के रूप में उभरेगा। शहरवासी रोज सुबह-शाम यहां परिवार के साथ घूमने का आनंद लुत्फ उठाएंगे।
चम्बल माता की विशाल मूर्ति लगेगी
यूआईटी द्वारा तैयार योजना में झाला जालिम सिंह पार्क को विकसित करना, चम्बल माता की विशालकाय मूर्ति की स्थापना, कोटा बैराज के निचले ग्राउंड को विकसित करना शामिल है।
उन्होंने बताया कि चंबल पर नवनिर्मित समानांतर पुल के उद्घाटन के बाद कोटा बैराज की ओर जाने वाले सभी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया जाएगा। जिससे यह आवासीय क्षेत्र प्रदूषण रहित और सुबह-शाम सैर करने वालों व पर्यटकों के लिए चंबल की लहरों का पसंदीदा व्यू पॉइंट बनेगा।