न्यूजवेव @ नईदिल्ली
इस वर्ष कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये आईआईटी संस्थानों में दो बडे़ बदलाव देखने को मिलेंगे। पहला, बीटेक में दाखिले की पात्रता शर्तों में ढील देते हुये 12वीं बोर्ड में सामान्य वर्ग के लिये 75 प्रतिशत व एससी, एसटी वर्ग के लिये 65 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता या 20 परसेंटाइल की बाध्यता को खत्म किया जा सकता है। दूसरा, आईआईटी में रेगुलर पढाई भी ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से की जा सकती है।
जेईई चेयरमैन ने इस माह की शुरूआत में आईआईटी की संयुक्त क्रियान्वयन समिति (JIC) में 12वीं बोर्ड के मार्क्स को आईआईटी में प्रवेश पात्रता की शर्तों से हटाने का प्रस्ताव दिया था। जेईसी प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया, जब किसी शीर्ष रैंक वाले स्टूडेंट को 12वीं बोर्ड के अंकों के कारण आईआईटी में सीट से वंचित होना पड़ा हो।
इस फैसले से कोरोना महामारी के कारण सामान्य वर्ग के स्टूडेंट को 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत अंकों तथा आरक्षित वर्ग के स्टूडेंट को 65 प्रतिशत की अनिवार्यता या बोर्ड के टॉप-20 परसेंटाइल में आने का डर नहीं रहेगा।
आईआईटी में दाखिले के लिये 12वीं बोर्ड के अंकों से मिलेगी राहत
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