बारां जिले के गवर्नमेंट कॉलेज,शाहबाद में सामान्य वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को दाखिला नहीं
न्यूजवेव @ बारां/कोटा
कोटा यूनिवर्सिटी से संबद्ध बारां जिले के सहरिया बाहुल्य गवर्नमेंट कॉलेज, शाहबाद में इस वर्ष सामान्य वर्ग के मेधावी विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गये हैं। यह पहला मामला है जब ज्यादा अंकों वाले सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण के कारण कॉलेज की 200 सीटों पर भी दाखिला नहीं मिल रहा है। कॉलेज सूत्रों ने बताया कि 8 अगस्त,2019 से प्रारंभ हुये सहरिया बाहुल्य कॉलेज में गत वर्ष 400 सीटें थी लेकिन इस वर्ष दो सेक्शन खत्म कर देने से सीटें घटकर 200 रह गई हैं। इन सभी सीटों पर कॉलेज शिक्षा विभाग से मिली सीट मेट्रिक्स के अनुसार सीटें आवंटित की जा रही है।
छात्र प्रतिनिधि अमन सोनी ने बताया कि इस वर्ष कॉलेज शिक्षा विभाग ने यहां की आरक्षण व्यवस्था में उलटफेर कर दिया, जिससे सामान्य वर्ग में EWS को छोडकर शेष एक भी योग्य विद्यार्थी को दाखिला नहीं मिल सका। आक्रोशित सामान्य वर्ग के अभिभावकों ने मुख्यमंत्री से कॉलेज में सीटें बढाने तथा सीट मेट्रिक्स को संतुलित करने की मांग की है। जिससे मेधावी छात्रों को डिग्री कोर्स के लिये दर-दर नहीं भटकना पडे़।
कॉलेज शिक्षा विभाग, जयपुर द्वारा निर्धारित सीट मैट्रिक्स के अनुसार, कॉलेज में प्रवेश के लिये एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग वर्ग, ईडब्ल्यूएस के अतिरिक्त सहरिया आदिवासी वर्ग को 25% आरक्षण दिया जाता है, जिससे कुल 172 सीटें ( 86 %) आरक्षित कोटे से भर गई हैं। शेष 14 % सीटों पर सामान्य निम्न आयवर्ग (EWS) विद्यार्थियों को प्रवेश दे दिया गया। जिससे आधे से अधिक मेधावी विद्यार्थी वंचित रह गये। विद्यार्थियों का कहना है कि यह आरक्षण व्यवस्था सरासर असंवैधानिक है। इससे तहसील में सामान्य वर्ग की जनसंख्या अधिक होने के बावजूद उसे अल्पसंख्यक बना दिया गया है।
यह कैसा आरक्षण प्रावधान
छात्रा अनीता प्रजापति व दीपिका नामदेव ने बताया कि गत वर्ष 36 % सीटों पर सामान्य वर्ग को प्रवेश मिला था लेकिन इस वर्ष सहरिया आदिवासी वर्ग के विद्यार्थियों को अधिक प्रवेश दे दिया गया, जिससे मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक भी सीट खाली नहीं बची।
छात्र भानुप्रताप, अर्पित शर्मा, गुलशन, हरिओम मेहता ने कहा कि सामान्य वर्ग के विद्यार्थी 12वीं बोर्ड परीक्षा में आरक्षित वर्ग से अधिक अंकों से उत्तीर्ण होने के बावजूद सरकारी कॉलेज में प्रवेश नहीं ले सके। सभी विद्यार्थियों ने इस विसंगति पर आपत्ति जताई है। सामान्य वर्ग के लिये प्रवेश शून्य हो जाने पर विद्यार्थियों ने राज्य के शिक्षा मंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थियों ने कॉलेज शिक्षा विभाग,जयपुर से सीट मेट्रिक्स के आरक्षण में सुधार करने तथा कॉलेज में सीटों की संख्या 400 बहाल करने की मांग की है। जिससे बारां जिले के सभी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा मिल सके।
कॉलेज में अब प्रवेश बंद
कॉलेज की 200 सीटों के लिये 465 आवेदन फार्म मिले हैं। इनमें से SC,ST,OBC तथा सहरिया आदिवासी वर्ग को 172 आरक्षित सीटों ( 86%) पर प्रवेश दिया गया है। जबकि शेष 28 सीटें (14 %) EWS वर्ग से भरी गई हैं।
– अनंत चौधरी, नोडल अधिकारी, सरकारी कॉलेज, शाहबाद