Thursday, 12 December, 2024

बिहार के 3255 कोचिंग स्टूडेंट्स रविवार को तीन ट्रेनों से घर लौटे

लोकसभा अध्यक्ष के उच्चस्तरीय प्रयासों से बिहार व झारखंड के हजारों विद्यार्थियों को मिली राहत
न्यूजवेव @ कोटा
एजुकेशन सिटी कोटा में कोचिंग ले रहे बिहार के विद्यार्थियों ने उस वक्त राहत की सांस ली जब रविवार को उन्हे स्पेशल ट्रेन से घर लौटने की सूचना मिली। कोटा जंक्शन पर सुबह से बिहार के कोचिंग विद्यार्थियों की भीड़ देखने को मिली। जिला प्रशासन ने सोशल डिस्टेसिंग के साथ उन्हे अलग-अलग कोच में सीटें आवंटित करवाई। रविवार दोपहर 12 बजे व 3ः45 बजे बेगुसराय व बरौनी के लिये दो विशेष ट्रेने रवाना हुई। इसमें 1211 विद्यार्थी बेगुसराय व 1050 बरौनी के लिये रवाना हुये।

याद दिला दें कि पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने लॉकडाउन की गाइडलाइन को देखते हुये कोटा से बिहार के विद्यार्थियों को राज्य में आने की अनुमति नहीं दी थी, जिससे हजारों विद्यार्थियों में निराशा व आक्रोश था। विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया से अपनी परेशानी प्रधानमंत्री तथा स्थानीय सांसद व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तक पहुंचाई थी।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उच्च स्तरीय प्रयास करते हुये रेलमंत्री पीयूष गोयल से वार्ता की तथा उन्हें कोटा से बिहार के लिये स्पेशल ट्रेने चालू करने की मांग की। इस पर रविवार सुबह रेलवे विभाग ने बेगुसराय व बरौनी के लिये दो ट्रेनों की व्यवस्था कर दी लेकिन कोटा के सभी कोचिंग संस्थानों में बिहार के विद्यार्थियो अधिक होने से दो ट्रेनों से सभी की रवानगी नहीं हो सकी। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रेल मंत्री से एक ओर ट्रेन भेजने की अपील की, जिससे रविवार रात 9ः30 बजे शेष 994 विद्यार्थी दूसरी स्पेशल ट्रेन से रवाना हुये। इस तरह तीन ट्रेनों में कुल 3255 कोचिंग विद्यार्थी अपने घरों की ओर लौटे।
केन्द्र सरकार द्वारा विद्यार्थियों एवं प्रवासी मजदूरों को गतंव्य तक आवागमन के नियमों में छूट दिए जाने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिहार व झारखंड के विद्यार्थियों की घर वापसी के प्रयास तेज कर दिए थे। इसी के चलते शनिवार रात झारखंड के विद्यार्थियों को लेकर एक ट्रेन कोटा से रवाना हुई। विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों ने स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था करवाने के लिये सांसद ओम बिरला का आभार जताया।
बच्चों का सुरक्षित घर लौटना सुखद
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को झारखंड के बाद रविवार को बिहार के 3255 बच्चों के घर लौटने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि यह कदम बच्चों और उनके अभिभावकों दोनों के लिए सुखद है। हालांकि विद्यार्थियों को कोटा में कोई तकलीफ नहीं थी, लेकिन अन्य राज्य के विद्यार्थी रवाना हो जाने से उनको अकेलापन सता रहा था। जिससे वे ठीक ढंग से पढाई नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा कि बाहर के सभी कोचिंग विद्यार्थियों को कोटा में रहते हुये कोचिंग संस्थानों और कोटावासियों ने अपने बच्चों की तरह स्नेह, वात्सल्य और सुरक्षा प्रदान की है। इसके लिए सभी कोचिंग संस्थान और शहरवासी बधाई के पात्र हैं। एलन निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा कि पिछले दिनों से केंद्र सरकार, राज्य सरकार, स्थानीय सांसद ओम बिरला तथा जिला प्रशासन के सहयोग से कोटा में पढने वाले 40 हजार से अधिक कोचिंग विद्यार्थियों को गाइडलाइन की पालना करते हुये विभिन्न राज्यों में घरों के लिये विशेष बसों व ट्रेनों से रवाना किया गया है।

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