- शिक्षानगरी के स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण में होगी पढाई
- कोचिंग स्टूडेंट्स की हैल्थ, सुरक्षा व पेरेंट्स के विश्वास को देंगे प्राथमिकता
न्यूजवेव@ कोटा
कोविड-19 महामारी के चलते कोटा के कोचिंग संस्थानों ने नये सत्र में कोचिंग विद्यार्थियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये कडे़ प्रबंध किये हैं। स्थितियां सामान्य होने पर लॉकडाउन के पश्चात् जेईई-मेन, जेईई-एडवांस्ड तथा नीट के विद्यार्थियों को सुरक्षित ढंग से क्लासरूम कोचिंग देने के लिये विशेष गाइडलाइन तैयारी की गई है, जिससे कोटा में पढाई करने वाले सभी विद्यार्थी सुरक्षित ढंग से पढाई कर सकेंगे।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने बताया कि विद्यार्थियों की हैल्थकेयर व अवेयरनेस हमारी पहली प्राथमिकता होगी। कोटा के कोचिंग संस्थानों ने स्वयं गाइडलाइन तैयार की है। लॉकडाउन के दौरान मई माह में कोटा से 50 हजार स्टूडेंट्स को सुरक्षित घर पहुंचाने में कोटा के कोचिंग संस्थानों ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार के साथ सराहनीय भूमिका निभाई है। माहेश्वरी ने बताया कि कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम कोचिंग के दौरान कैम्पस में प्रवेश से वापसी तक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सेनेटाइजेशन सहित सभी उपाय पुख्ता किये जायेंगे। पढाई के दौरान राज्य सरकार के दिशानिर्देशों व गाईडलाइन की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी।
यह होगी कोचिंग की गाइडलाइन
- कोचिंग संस्थान में प्रवेश द्वार पर विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाव के लिये एहतियात बरतने के निर्देश समझाये जायेंगे।
- प्रत्येक स्टूडेंट छाता खोलकर चलेंगे जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो सके।
- कैम्पस के मुख्यद्वार पर प्रत्येक विद्यार्थी की रोज थर्मल स्केनिंग की जाएगी।
- स्टूडेंट को संस्थान में प्रवेश से पूर्व मास्क या फेस शील्ड लगाना अनिवार्य रहेगा।
- कोचिंग विद्यार्थी जहां स्टूडेंट्स जाएंगे वहां मार्किंग की जायेगी जिससे वे निर्धारित स्थान पर सहजता से पहुंचेंगे।
- प्रत्येक कैम्पस में सेनेटाइजर से विद्यार्थियों के हाथ धुलवाए जाएंगे।
एक क्लासरूम में 50 प्रतिशत स्टूडेंट
- सोशल डिस्टेंसिंग के तहत प्रत्येक क्लासरूम में निधारित क्षमता से 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स बिठाए जाएंगे।
- स्टूडेंट्स को तिरछे क्रम में बिठाया जाएगा, जिससे एक-दूसरे से दूरी अधिक रह सके।
- स्टूडेंट पानी की बोतल साथ लायेंगे। ब्रेक टाइम अलग-अलग होगा जिससे वॉशरूम या केंटीन में भीड एकत्रित नहीं हो।
- ‘‘डूज एंड डोंट्स‘‘ के दिशानिर्देश हर क्लासरूम तथा फ्लोर के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किए जाएंगे।
- डाउट काउंटर्स पर भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होगी।
- हर फ्लोर पर टीवी डिस्प्ले के जरिए क्लास शुरू होने के पहले दिन ओरियन्टेशन होगा।
- हर कोचिंग कैम्पस को दिन में दो बार सेनेटाइज किया जाएगा। कोरोना टॉस्क फोर्स अलग से तैनात होगी।
- कोचिंग के दौरान डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ हर कैम्पस में रहेंगे।