कॅरिअर पॉइंट विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह गर्व और उल्लास के रंगों से हुआ सराबोर
न्यूजवेव @ कोटा
कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में मंगलवार को सभी विद्यार्थियों को गरिमापूर्ण ढंग से उपाधियों से नवाजा गया। मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रमोद माहेश्वरी एवं वाइस चांसलर डॉ. सुमेर सिंह व बोर्ड मेंबर ओम माहेश्वरी,, नवल माहेश्वरी, शैलेंद्र माहेश्वरी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि दीक्षांत समारोह ‘संकल्प से सिद्धि दिवस’ होता है अपने ज्ञान, तपस्या और कड़ी मेहनत के बाद हमें जो उपाधि प्राप्त होती है वह जीवन भर हमें याद रहती है। कई चुनौतियों का सामना करते हुये यह साधना सफल होती है। आज का दिन दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति का दिन है कि आप अपनी शिक्षा, दीक्षा, संस्कृति व विचार देश के नाम समर्पित कर रहे है। जब हम ऐसे विचारो से शिक्षा प्राप्त करते है कि यह शिक्षा मै अपने देश के नाम समर्पित करूगां तो आप राष्ट्र निर्माण की धुरी बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैने कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी को बड़ी नजदीक से देखा है। यह विश्वविद्यालय हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। गर्व की बात है कि इस विश्वविद्यालय से क्वालिटी एजुकेशन और संस्कार भारत के साथ विदेशी विद्यार्थियों को भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॅरिअर पॉइंट एजुकेशनल ग्रुप स्कूल, कोचिंग, विश्वविद्यालय हर स्तर की शिक्षा में अपना विशिष्ट योगदान दे रहा है और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहा है।
भारत निर्माण की कहानी स्वयं लिखें युवा – प्रमोद माहेश्वरी
समारोह की अध्यक्षता करते हुये कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रमोद माहेश्वरी ने कहा कि आज का दिन उन सब चुनौतियों को याद करने का है जो आपने इस डिग्री को पाने में लगाई। आगे आने वाले समय में कैसे आगे बढ़ेगे यह और देखना है। उन्होंने कहा कि जब मैंने अपनी डिग्री आईआईटी, दिल्ली से ली थी। तब कभी सोचा नहीं था कि किसी दिन एक चांसलर की हैसियत से दीक्षांत समारोह में उपस्थित रहूंगा। ठीक इसी तरह एक समय ऐसा आएगा जब आप भी अपनी जीवन यात्रा को देखेंगे और अपनी उपलब्धियों का अवलोकन करेंगे। समय तेजी से बदल रहा है और चांसलर होने के नाते खुशी है कि आप लोगों ने जो ज्ञान यहॉ से अर्जित किया है उसके द्वारा आप समाज, को देश को अपने नवाचार से आर्थिक और सामाजिक रूप से अग्रसर करने में अपनी भूमिका निभाऐगे। सफलता साधना मांगती है और जो भी त्याग आपने किए हैं वो आपको सफलता के सोपान तक पहुंचाने में मदद करेंगे। जो भी ज्ञान आपने आर्जित किया है उसे एक लर्नर की तरह हमेशा बढ़ाते रहें, बाटते रहे। आपके पास बहुत अवसर है चाहे वो स्किल इण्डिया, स्वच्छ भारत, मेक इन इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, स्मार्ट सिटी या स्टार्टअप हो। आप बदलाव का माध्यम बने और भारत के निर्माण की कहानी स्वयं लिखे। समारोह में विधायक संदीप शर्मा, हीरालाल नागर, शिक्षाविद व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे
40 को मिले डिग्री के साथ गोल्ड मेडल
विभिन्न संकायों 40 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया इसमे 2 छात्र नाइजीरिया से थे। यह छात्र इंजीनियरिंग के विभिन्न संकायों जिसमें सिविल, मैकेनिकल, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल, डिजिटल कम्युनिकेशन, पावर सिस्टम आदि साथ ही कंप्यूटर एप्लीकेशन मैनेजमेंट, कृषि विज्ञान, पॉलिटेक्निकए विधि आदि संकायों से थे।
प्रसन्ना भंडारी को पीएचडी की मानक उपाधि
शहर की वरिष्ठ समाज सेविका श्रीमती प्रसन्ना भंडारी को उनके अतुलनीय सामाजिक योगदान के लिए सीपीयू द्वारा पीएचडी की मानक उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्हें बालग्रह, बालिकाग्रह, श्रद्धा, आश्रय, शिशुग्रह, कृतिमचरण केन्द्र आदि मंे सेवाओं के लिये विभिन्न पुरस्कारो से सम्मानित किया जा चुका है। प्रसन्ना भंडारी ने कहा कि इससे प्रेरणा लेकर अन्य नागरिक भी समाज के जरूरतमंदों की सेवा के लिए आगे बढ़ें।
असंभव को संभव कर दिखाया
समरोह में कई ऐसे ग्रेजुएट उपाधि लेने मंच पर पहुंचे जिन्होन विपरीत हालात में भी हार नहीं मानी और संघर्षों के साथ अपनी शिक्षा पूरी की। बी-टेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर शिवराज गुर्जर ने आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के बावजूद अपनी प्रतिभा को साबित कर दिखाया। उसने ट्यूशन पढ़ा कर अपनी फीस का इंतजाम किया। उडीसा के आदिवासी क्षेत्र के छात्र छोत्रे टियू ने कम्प्यूटर साइंस में बीटेक किया।
200 फॉरेन स्टूडेंट्स ने कोटा को याद किया
सीपी यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे 200 से अधिक फॉरेन स्टूडेंट्स जो अफ्रीकी देश नाइजीरिया, घाना, यूगांड़ा, रवांडा, इथोपिया, मोजाम्बिक, जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान एवं नेपाल से हैं, उन्होंने यूनिवर्सिटी के साथियों के साथ सेल्फी लेकर कोटा में बिताये पलों को संजोया।
यूनिवर्सिटी एक नजर मे —
कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. सुमेर सिंह ने यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट प्रस्तुत की –
– वर्तमान में 5657 नियमित विद्यार्थी विभिन्न पाठ्यक्रमों मे।
– 200 से अधिक टीचिंग स्टाफ जिसमे प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर आदि
– 220 से अधिक इन्टरनेशनल छात्र जिसमें नाइजीरिया, घाना, यूगांड़ा, रवांडा, इथोपिया, मोजाम्बिक, जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान एवं नेपाल आदि सम्मिलित।
– 550 से अधिक रिसर्च पेपर नेशनल और इन्टरनेशनल मे प्रकाशित।
– 250 से अधिक कंपनिया प्लेसमेंट के लिए आई।
– 1800 से अधिक छात्रों का माईक्रॉसोफ्ट, विप्रो, अमेजन, इन्फोसिस, एचसीएल सहित देश की नामी कंपनियों मे प्लेसमेंट।
– 100 से अधिक यूजी, पीजी व डिप्लोमा कोर्सेस का संचालन।
– विश्वविद्यालय के शोधार्थी डॉ. प्रीनॉन बागची द्वारा माइग्रेन (आरइएम डिसऑर्डर) पर महत्वपूर्ण शोध किया। डॉ. मोहम्मद अनीस ने छात्रों के पर्यावरण के प्रति जागरूकता एवं अभिवृति पर, डॉ. प्रीति मालवीय ने किशोरावस्था में तनाव का मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक परिपेक्ष में अध्ययन, डॉ. पल्लवी चन्दवासकर ने कार्बन उत्सर्जन एवं फुटप्रिंट पर, डॉ. रजनी इनभावन ने हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर पर, डॉ. शालिनी माहेश्वरी नें पोधों में एन्टीओक्सीडेंट की खोज पर अपना शोध किया एवं डॉ. शिखा व्यास ने एनजीओ में एमएचआर पर महत्वपूर्ण शोध किए।
– विश्वविद्यालय ने भारत सरकार की संस्था राष्ट्रिय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज) के साथ मिलकर कृषि की वैज्ञानिक एवं व्यावसायिक पद्धतिओ के निशुल्क प्रशिक्षण के लिए एग्रीक्लिनिक एवं बिजनेस सेंटरकी स्थापना की है।
– कृषि संकाय द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को उन्नत कृषि के लिए जागरूक किया जाता है।
– कृषि संकाय द्वारा गत वर्ष आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में देश के नामी वैज्ञानिको ने भाग लिया था इससे क्षेत्र में कृषि अनुसन्धान के प्रति जागरूकता बड़ी है।
– विश्वविद्यालय के स्वास्थ विज्ञानं संकाय के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में ग्रामीणों के लिए निःशुल्क ओपीडी संचालित किया जा रहा है।
– फिजियोथेरेपी विभाग मंडाना गांव के स्वास्थ केंद्र में भी निःशुल्क सेवाए उपलब्ध करवा रहा है।
– विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज एवं गवर्नेंस में अध्यनरत विधि के छात्रों द्वारा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के मूट कोर्ट कॉम्पिटिशन में शानदार प्रदर्शन किया है।
– विधि के छात्र स्थानीय ग्रामीणों के हित में निःशुल्क विधिक जागरूकता एवं सहायता शिविर आयोजित करने में भी अग्रणी रहे है।
– विश्वविद्यालय एवं स्थानीय छात्रों को स्वरोजगार हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से एंटरप्रेनरशिप डेवलपमेंट एवं इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है जिसमे निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते है।
-विश्वविद्यालय अपनी कैंपस प्लेसमेंट प्रक्रिया में अन्य संस्थानों के छात्रों को भी अवसर देता है इस प्रक्रिया में अन्य संस्थानों के 300 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए है।