बूंदी के निजी अस्पताल में भर्ती महिला गीता के हीमोग्लोबिन में आई तेजी से गिरावट, रक्त से मिला जीवनदान
न्यूजवेव @ कोटा
कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान बूंदी के सदर थाना में तैनात सीआई मुकेश कुमार मीणा ने शनिवार को निजी अस्पताल में भर्ती एक ग्रामीण महिला रोगी गीताबाई (32) को एक यूनिट रक्त देकर उसकी जान बचाई। महिला के पति धर्मराज धरनेश्वर में पत्थर मजदूर हैं। उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को पत्नी की तबीयत अचानक खराब हो जाने पर डाबी के चिकित्सक ने उसे बूंदी रैफर कर दिया। बूंदी के पं.बृजमोहन शर्मा हॉस्पिटल में उसकी जांच में पता चला कि एनीमिया के कारण रोगी का हीमोग्लोबिन बहुत गिर चुका है। उसे तत्काल रक्त की जरूरत थी।
बूंदी के एक सदस्य ने इसकी सूचना रक्तदाता समूह, झालावाड़ के कन्वीनर जय गुप्ता को फोन पर दी। उन्होंने रक्तदाता समूह से जुडे़ बूंदी के सीआई मुकेश मीणा से रोगी की तत्काल मदद करने की अपील की। सीआई मीणा ने बताया कि इन दिनों वे स्वयं 24 घंटे ड्यूटी पर रहते हैं। शनिवार शाम 7 बजे वे थाना क्षेत्र में नाकाबंदी के पॉइंट पर जांच कर रहे थे। तभी गंभीर महिला रोगी को रक्त देने की सूचना मिली तो वे स्वयं ब्लड बैंक पहुंचे और तुरंत एक यूनिट ओ-पॉजिटिव रक्त दे दिया। इससे गरीब महिला का हौसला बढ़ा, उसने हाथ जोडकर पुलिस अधिकारी को सेल्यूट किया।
अब तक 10 यूनिट रक्तदान किया
सीआई मीणा ने बताया कि इससे पहले उन्होनें भवानीमंडी में ड्यूटी के दौरान रक्तदाता समूह से जुडकर अलग-अलग रोगियों को 10 यूनिट रक्त दिया है। बूंदी के नागरिकों ने बताया कि कोरोना योद्धा सीआई मुकेश मीणा ने लॉकडाउन में कठोर ड्यूटी करते हुये रक्तदान जैसा परोपकार करके मानव सेवा की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की है। पति धर्मराज ने बताया कि धरनेश्वर व बारां से भी एक-एक यूनिट रक्त की मदद मिली है।