न्यूजवेव @ कोटा
भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि कोटा जिले में कोरोना संक्रमण फैलने से पिछले 6 दिनों में 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आंकडे़ कुछ ओर ही बता जा रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन पर कोटा जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों एवं मौतों के आंकड़े छिपाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शुक्रवार को कोरोना से 10 लोगों की मौतें हुई, किन्तु प्रशासन ने मात्र एक मौत दर्शायी है।
गुुंजल ने कहा कि किशोरपुरा मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए अफरा-तफरी का माहौल है। समूचे शहर में सोसायटी संक्रमण फैल जाने से हालात खराब होते जा रहे हैं। मरीजों को जांच रिपोर्ट एक-एक सप्ताह में मिल रही है, रिपोर्ट के इंतजार में मरीज या तो स्वयं दवा लेकर ठीक हो रहा है या फिर वो दूसरों को भी संक्रमित कर रहा है।
होम आईसोलेशन वाले मरीज चिकित्सा विभाग को फोन करते-करते थक जाते है, फिर भी उन्हें दवाईयां नहीं मिल पा रही है। एक ताजा मामले में मेडिकल कॉलेज के कोविड लेब के प्रभारी डॉ. घनश्याम सोनी के के परिजन पॉजिटिव आ गए, किन्तु उनको भी चिकित्सा विभाग ने दवाई उपलब्ध नहीं कराई और वे स्वयं बाजार से दवाईयां लेकर आए और परिजनों को दी।
मौत के आंकड़ों के साथ मजाक
पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि एक ओर आम जनता एवं व्यापारियों द्वारा मास्क नहीं पहनने पर चालान बनाये जा रहे हैं। दुकान बंद करने में कुछ मिनट की देरी हो जाए तो लॉकडाउन तोड़ने का जुर्माना किया जा रहा है। दूसरी ओर, जिला प्रशासन द्वारा कोरोना से मौत के आंकड़ों के साथ मजाक किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि महामारी के दौर में झूठे आंकड़े प्रस्तुत करने वाले अधिकारियों के खिलाफ महामारी अधिनियम तोड़ने एवं गलत जानकारी देने का मुकदमा दर्ज किया जाये।