निर्धारित दरों की पालना नहीं करने पर होगी कार्यवाही -चिकित्सा मंत्री
न्यूजवेव@ जयपुर/ कोटा
चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के लिये शुल्क दरें निर्धारित कर दी हैं। सरकार द्वारा निर्धारित दरों से ही सभी प्राइवेट हॉस्पिटल को कोविड संक्रमितों का इलाज करना होगा। निर्देशों का उल्लंघन करने पर निजी अस्पतालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि दरें निर्धारित हो जाने से प्रदेश के निजी अस्पतालों की बेलगाम वसूली पर रोक लगेगी। कोई भी निजी अस्पताल मरीज को यह कहकर नहीं लौटा सकता कि बेड खाली नहीं है।
नई दरों के अनुसार नेशनल एक्रिडेटेड व नॉन एक्रिडेटेड अस्पतालों में भर्ती संक्रमित मरीज से 5 हजार रुपए तक तथा गंभीर मरीज से 7500 रुपए और ज्यादा गंभीर मरीज से आईसीयू सहित 9 हजार रुपए तक शुल्क लिया जा सकता है। इसमें 15 तरह के शुल्क जैसे परामर्श शुल्क, चार्जेज, पीपीई किट, बलगम पात्र, दवाएं, ट्यूब्स, बेड, नाश्ता, लंच, डिनर सहित कई अन्य वस्तु शामिल हैं।
जयपुरिया अस्पताल बना कोविड डेडिकेटेड
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) जयपुर तथा राजकीय जयपुरिया अस्पताल, जयपुर को उपचार के लिए डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया है। जयपुरिया अस्पताल में लगभग 500 मरीजों का इलाज हो सकेगा।
राज्य में 82 फीसदी मरीज रिकवर
डॉ. शर्मा ने बताया कि मुख्यंमत्री के निर्देश पर हाई फ्लो ऑक्सीजन बेड की संख्या चार गुना कर दी गई है। कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किए जा रहे हैं। राज्य में पॉजिटिविटी का प्रतिशत 3.6 है, जो राष्ट्रीय अनुपात से कम है। लगभग 82 फीसदी मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं।
अभी 51640 जाचें रोज, जल्द ही 75 हजार जाचें होंगी
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि वर्तमान में रोजाना 51,640 जांच करने की क्षमता है। जल्द ही इसे बढाकर 75 हजार से ज्यादा कर दिया जायेगा। जिन 11 जिलों में जांच सुविधाएं विकसित नहीं थी, वहां आधारभूत ढांचा विकसित कर दिया है। इन जिलों में जांच सुविधा प्रारंभ होने लगेगी। एसएमएस, जयपुर में कोबोस-8800 मशीन लगाई जा रही है जिससे 15 सिंतबर से जांच होने लगेगी। दूसरी कोबोस मशीन अक्टूबर आ जाने से जांचों में और भी बढ़ोतरी होने लगेगी।