Tuesday, 3 December, 2024

अब गांव के मरीज को भी शहरी डॉक्टर से मिलेगा इलाज

न्यूजवेव @ कोटा
मेडकॉर्ड्स हैल्थकेअर ने शहरी व ग्रामीण मरीजों के लिये सही इलाज की परेशानी को देखते हुये दो नई सुविधाएं लांच की हैं। संस्थापक निदेशक साइदा धनावत, निखिल बाहेती एवं श्रेयांस मेहता ने बताया कि मेडकॉर्ड्स के माध्यम से गांव के मरीज को गांव में ही शहरी चिकित्सकों से ई-परामर्श उपलब्ध होगा। जिससे वे 25 तरह की बीमारियों का सस्ता व प्रभावी उपचार करवा सकेंगे। एक बार डॉक्टर को दिखाने के बाद रोगी को चक्कर नहीं काटने होंगे। उसे घर बैठे चिकित्सक से फोलोअल परामर्श भी मिल जाएगा। इससे रोगियों को हर बार 500 से 1 हजार रू की आर्थिक बचत होगी।
कोटा के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में आने वाले रोगी अस्पताल या मेडिकल स्टोर से मेडकॉर्ड्स पर पंजीयन करवा सकते हैं, जिससे उनके मोबाइल पर हैल्थ डाटा, पर्चियां व जांच रिपोर्ट आदि आजीवन सुरक्षित रहेंगी। ये रोगी किसी भी शहर में जाकर विशेषज्ञ डॉक्टर को मोबाइल पर अपना हैल्थ रिकॉर्ड दिखा सकते हैं। जिससे कई जांचे दोबारा करवाने का खर्च व समय बचेगा। उल्लेखनीय है कि कोटा का यह पहला स्टार्टअप है जिसमें राज्य सरकार के आई स्टार्ट सहित देश की प्रमुख वाटर ब्रिज वेंचर्स, इंफो एज एवं सीआईआईई-आईआईएम, अहमदाबाद ने भी निवेश किया है।
स्मार्ट सिटी की जांच लैबोरेट्री भी जुड़ी
सीईओ श्रेयांस मेहता ने बताया कि रोगियों के फीडबेक के आधार पर डिजिटल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हर गांव के मेडिकल स्टोर व जांच लैबोरेट्री को ‘मेडकॉडर््स फॉर लैब’ से जोडा जा रहा है। ये इको फ्रेंडली लैब होंगी, जहां एक बार जांच करवाने के बाद रोगी को रिपोर्ट लेने के लिये नहीं आना पडे़गा। उसके मोबाइल पर ही जांच रिपोर्ट पहुंच जाएगी, जिसे वह किसी भी चिकित्सक को दिखाकर इलाज ले सकता है। इसी तरह, मेडिकल स्टोर ‘सेहत साथी’ के रूप में सेवाएं देंगे। अब तक 2 हजार सेहत साथी ग्रामीण रोगियों को सेवाएं दे रहे हैं। इस सुविधा से लेबोरेट्री या डॉक्टर्स के क्लिनिक को बहुत जल्द डिजिटल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि गांवों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित तकनीक के जरिये रोगियों को मेडकॉडर््स एप से जोडा जा रहा है, जिसमें रोगी मोबाइल पर अपनी बीमारी से जुडे़ सवालों के जवाब एक क्लिक से दे रहे हैं। इस प्रश्नावली को देश के 70 चिकित्सकों की टीम ने तैयार किया है।
देश के टॉप-30 स्टार्टअप में शामिल
सीटीओ निखिल बाहेती ने बताया कि दो वर्ष पूर्व कोटा जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में स्टार्टअप मेडकॉडर््स हैल्थकेअर की शुरूआत की थी। आज यह देश के टॉप-30 स्टार्टअप में शामिल हो गया है। दो वर्ष में कोटा, झालावाड़ व बारां सहित टोंक व भीलवाडा जिले में 6 लाख मरीज इससे डिजिटल हैल्थ कुंडली बना चुके हैं। पांच जिलों के 80 से अधिक सरकारी अस्पताल, 1200 डॉक्टर्स एवं 2 हजार मेडिकल स्टोर भी इस हैल्थकेअर अभियान से जुड़ चुके हैं। क्लाउड कम्यूटिंग व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से सभी रोगियों को हैल्थ रिकॉर्ड को सस्ता, सुलभ व सुरक्षित बनाया गया है। इससे वर्तमान में प्रतिमाह 2 लाख रोगियों को डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है।

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