न्यूजवेव @ सुनेल/कोटा
झालावाड़ जिले में आहू नदी में आई बाढ़ से पिड़ावा तहसील के आकोदिया, चोरखेडी,अरनिया व झिकडिया गांव में कई ग्रामीणों के कच्चे घर व झाैंपड़ियां ढह गई। कुछ घरों से सारे घरेूल सामान भी बाढ़ में बह गये हैं। गांव की छात्रा ज्योति ढोली की स्कूल से बीए तक की मार्कशीट, आधार कार्ड व राशनकार्ड सहित सभी कागजात बह गये। कई परिवार अपनी जान बचाने के लिये सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे।
छात्रा ज्योति को जैसे ही पता चला कि उसकी सारी मार्कशीटें पानी में बह गई हैं, वह सदमे में आकर बेहोश हो गई। ग्रामीणों ने उसे सुनेल के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। यहां स्वयंसेवी संस्था निवाला के संयोजक राजेंद्र गुप्ता ने चिकित्सकों से उपचार करवाकर उसका हौसला बढाया, जिससे उसकी तबीयत में सुधार हो सका।
सड़क पर जलने लगे चूल्हे
आहू नदी किनारे बसे बाढ़ से प्रभावित गांव आकोदिया, चोरखेडी,अरनिया व झिकडिया के कच्चे घरों में पानी घुस जाने से कई ग्रामीणों के सामान बह गये। गांव की कई बेघर मजदूर महिलायें सडकों पर चूल्हे जलाकर दो वक्त की रोटी सेक रही हैं। खेतों में पानी भर जाने से मजदूरों की आजीविका भी बंद हो गई जिससे छोटे बच्चों के सामने भूखे रहने की नौबत आ गई है। दाउदी बोहरा समाज सहित आसपास के कस्बों से नागरिक बाढ़ पीड़ितों को राशन सामग्री पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
युवाओं ने झौली फैलाकर मदद मांगी
सुनेल में नवयुवकों ने झोली फैलाकर मार्केट में बाढ़ पीडितों के लिए सहायता राशि एकत्र की। जनपद इन्द्रसिंह सिसौदिया ने बताया कि एकत्रित जनसहयोग से बाढग्रस्त आकोदिया, अरनिया, झिकडिया गांवों के लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरमंद वस्तुओं की व्यवस्था की जाएगी। बाजार में झोली फैलाने वालों में बलराज जयपुरी, तेजसिंह सिसौदिया, श्यामलाल गुर्जर, शेलू नामदेव, विशाल पटेल सहित कई नवयुवक मौजूद रहे। कुछ संस्थाओं द्वारा बाढ़ पीड़ितों को भोजन, बर्तन व कपडे़ आदि की सहायता पहुंचाई जा रही है।