लोकसभा अध्यक्ष बिरला की भेजी शहीद मुकुट मीणा की प्रतिमा पहुंची लढ़ानिया
न्यूजवेव @ झालावाड/कोटा़
‘मेरे पति ने भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण कुर्बान कर दिये थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से अब उनकी प्रतिमा गांव में लगने जा रही है। पति की शहादत को पूरा सम्मान मिलने से अब मेरा संघर्ष पूरा हुआ। मै इस सम्मान के लिये स्पीकर बिरला की आजीवन आभारी रहूंगी।’ यह कहना है राजस्थान के शहीद पैरा कमांडो मुकुट बिहारी मीणा की वीरांगना अंजना मीणा का।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा दो दिन पहले नई दिल्ली से अमर शहीद मुकुट बिहारी मीणा की प्रतिमा गुरुवार को झालावाड़ के लढ़ानिया गांव पहुंची। मूर्ति को देख एक ओर ग्रामीणों ने गमगीन माहौल में भारत माता की जय का शंखनाद किया। दूसरी ओर वीरांगना अंजना मीणा पति की प्रतिमा को देख भावुक हो उठी।
नम आखों से वीरांगना ने कहा कि उनका सपना था कि पति मुकुट बिहारी मीणा की प्रतिमा गांव में स्थापित कर उन्हें सम्मान दिया जाए। यह प्रतिमा देशवासियों और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने। इस प्रतिमा के लिये वे 4 वर्षों से संघर्षरत थी।
लेकिन यह सपना तब साकार हो सका जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास मैने प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह पहुंचाया। मुझे यह महसूस हो रहा है कि मेरा सिंदूर देश के काम आया और मेरे पति हमेशा के लिए अमर हो गए। मुझे उनकी शहादत पर गर्व है।
पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने बताया लोकसभा अध्यक्ष बिरला द्वारा भेंट अमर शहीद मुकुट बिहारी मीणा की प्रतिमा लडानिया गांव पहुंच चुकी है। अब इसको पूरे सम्मान के साथ स्थापित किया जाएगा।
हाथ में तिरंगा लिए पापा की प्रतिमा देखती रही बेटी आरवी
पैरा कमांडो मुकुट बिहारी मीणा जब शहीद हुए तब उनकी बेटी आरवी की उम्र मात्र 3 माह की थी। इतनी छोटी उम्र में पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद गुरुवार को पिता की प्रतिमा की अगवानी करने के लिए आर्मी सेना की यूनिफार्म पहन कर आई। मां की गोद से आरवी लगातार प्रतिमा को एकटक देखे जा रही थी। यह देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई।