Wednesday, 8 May, 2024

IIT दिल्ली ने शुरू किया ‘स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस

 न्यूजवेव@ नई दिल्ली
आईआईटी, दिल्ली में ‘स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस’ की शुरूआत की गई है। इस केंद्र में प्रवेश सत्र जनवरी,2021 से पीएचडी प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, एआई स्कूल में पीजी डिग्री कोर्स भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो.रामगोपाल राव ने कहा कि भविष्य में किसी भी देश की तरक्की इस बात पर निर्भर होगी कि उसकी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) क्षमता कैसी है। इसे महत्व देते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र निर्माण की नीतियों में एआई का विशेष उल्लेख किया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एआई आधारित कंपनियों और इस क्षेत्र में सर्वाधिक नौकरियां मुहैया कराने वाले देशों में भारत पाँचवें स्थान पर है।


आईआईटी दिल्ली में ‘स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ’ की स्थापना करने का उद्देश्य इस क्षेत्र में संस्थान को नेशनल व इंटरनेशनल लेवल पर पहचान दिलाना है। आईआईटी दिल्ली एआई के क्षेत्र में अपने शोध कार्यों एवं शैक्षिक गतिविधियों के चलते भारत सहित पूरे एशिया में अग्रणी संस्थान है। ‘सीएस’ (कम्प्यूटर साइंस) रैंकिग डॉट ओआरजी के मुताबिक पिछले 10 वर्षों में एआई क्षेत्र में अपने उपयोगी प्रकाशनों के कारण आईआईटी दिल्ली का स्थान अव्वल रहा है।

देश में एआई शोधकर्ताओं की कमी
प्रोफेसर राव मानते हैं कि कई महत्वपूर्ण आयामों में देश अभी पीछे हैं। देश में एआई शोधकर्ताओं की कमी और शोध की गुणवत्ता जैसे मुद्दे इसमें प्रमुखता से शामिल हैं। इस खाई को पाटने में यह पहल महत्वपूर्ण हो सकती है। आईआईटी दिल्ली के 50 से अधिक फैकल्टी सदस्य पहले से एआई के विभिन्न आयामों पर शोध कर रहे हैं। ‘स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस’ से उनकी रिसर्च गतिविधियों को बढावा मिलेगा। यह स्कूल एआई नवाचारों पर संयुक्त रूप से काम करने और फंडिंग में रुचि रखने वाले उद्योगों एवं सरकार की रुचि के केंद्र के रूप में भी उभर सकता है। आईआईटी दिल्ली की योजना इसे वर्ल्डक्लास एआई सेंटर बनाने की है। (इंडिया साइंस वायर)

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