Tuesday, 17 September, 2024

दो सांडों की लड़ाई से पांच बेटियों के पिता की मौत, ईद पर घर में छाया मातम

न्यूजवेव@ कोटा
कोटा शहर में इन दिनों सड़कों पर घूमते आवारा मवेशियों के कारण लोगों की मौतों व गंभीर घायल होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग झालावाड़ रोड पर अनंतपुरा से आगे जगपुरा के पास दो लड़ते हुये आवारा सांडों से टकराकर बाइक सवार गफूर खान (40) की मौत हो गई।

युवक कांग्रेस के जिला महासचिव हकीम खान ने बताया कि ईद से ठीक पहले गोविंद नगर निवासी गरीब वेल्डर गफूर खान के घर में मातम छा गया। वह सुबह 10 बजे घर सेे केवल नगर में वेल्डिंग के लिये जा रहे थे। सोनू निगम बाइक चला रहा था और पीछे वह बैठे हुये थे। अचानक दो लडते हुये सांड बीच में आ जाने से बाइक सवार असंतुलित होकर सड़क पर गिर पडे़। सांड के सींग से गफूर के सिर में गहरी चोट लगी। उसे तुरंत एमबीएस अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

Daughters of gafoor khan

पत्नी समीम बाना ने बताया कि उसके परिवार में पांच बेटियां हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से वे किराये के छोटे मकान में रहते हैं। पति कडी मेहनत करके पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। ईद से ठीक पहले यह हादसा हो जाने से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा है। बेटियों को विश्वास नहीं हो रहा है कि उनके पिता इस तरह अचानक चले जाएंगे।
पहले मां का हाथ भी टूटा
हकीम ने बताया कि कुछ माह पहले उनकी मां नसीरम बानो के साथ भी आवारा मवेशियों के कारण हादसा हुआ था। गोविंद नगर में वो पैदल जा रही थी, अचानक सांड ने उनको उठाकर सडक पर गिरा दिया, जिससे उनके हाथ की हड्डी टूट गई थी। बाद में ऑपरेशन में रोड डाली गई तथा पेट में चोंट लगने से अभी तक इलाज चल रहा है। गोविंद नगर की महिलाओं ने कहा कि सडकों पर जानवरों का आतंक नहीं रोकने के खिलाफ वे नगर निगम में प्रदर्शन कर महापौर को चूडियां भेंट करेंगी।
मवेशियों के आतंक में जी रहे हैं शहरवासी


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव पंकज मेहता ने आश्चर्य जताया कि शहर में आवारा मवेशियों के आतंक से आये दिन अकाल मौतें हो रही है और नगर निगम का अमला मूक बैठा हुआ है। शनिवार को दीगोद से कोटा आ रहे एक पति-पत्नी भी जगन्नाथपुरा में सांडोें की लडाई में गंभीर घायल हो गये। बरसात के मौसम में सडकों पर आवारा मवेशियों का जमावडा दुपहिया वाहनचालकों के लिये जानलेवा साबित हो रहा है, इसके बावजूद महापौर व निगम के उच्चाधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।

अतिक्रमण से मवेशियों के तबेले

मेहता ने कहा कि आवारा मवेशियों की संख्या बढने तथा पशुपालकों द्वारा शहर की कॉलोनियों में यूआईटी की भूमि पर अवैध अतिक्रमण करके लंबे-चौडे़ तबेले बनाने से शहर में चारों ओर गोबर व गंदगी के ढेर लगे हुये हैं। इससे मौसमी बीमारियां फैलने का अंदेशा भी बना हुआ है। प्रत्येक वार्ड में नागरिक व महिलाये सडकों पर निकलने में सांडों का डर महसूस कर रहे हैं। उन्होंने चेताया कि जल्द ही नगर निगम ने अभियान चलाकर शहरवासियों को इस समस्या से निजात नहीं दिलाई तो वे निगम के खिलाफ सडकों पर जनांदोलन करेंगे।

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