कोटा दक्षिण में 30 वर्षों बाद हुई बरसाती नालों की ऐसी सफाई
न्यूजवेव @ कोटा
नगर निगम कोटा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल प्रथम सेवक बनकर शहर के बडे़ बरसाती नालों की सफाई खुद करवा रहे हैं। करीब एक माह से विभिन्न वार्डों में वर्षों से अवरूद्ध हुये बरसाती नालों के सफाई अभियान में वे मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रहे है। लगभग 30 वर्षों बाद चल रहे युद्धस्तर सफाई अभियान में विभागीय अधिकारियों को निर्देश देकर वे मौके पर ही समस्या को हल करवा रहे हैं।
शनिवार को जवाहर नगर मेन रोड पर बरसाती नाले में बरसों से पानी में अवरोधक बने 3 बड़े लैंटर चैनपुलिंग व जेसीबी के माध्यम से निकलवाने नाले में पानी का प्रवाह तेजी से बढ़ गया। जवाहर नगर श्रीजी मैरिज हॉल से न्यू जवाहर नगर के भीतर गुजरने वाले बड़े नाले में रोका लगा हुआ था। जिससे दूषित पानी अवरूद्ध हो रहा था। उसमें चैम्बर खोल कर गोताखोर तुम्बा एवं सफाई कर्मचारी राकेश, नरेश व रविन्द्र को उतारा गया और नाले का रोका हटाया गया। जिससे पानी का प्रवाह तेज गति से आगे बढ़ गया।
एयरपोर्ट के अन्दर के क्षैत्र में निकल रहे बरसाती नाले में बड़ी मात्रा में जंगली घांस व मलबा पत्थर जमा होने के कारण नाले का पानी अवरूद्ध हो रहा था वहां पर एयरपोर्ट की दिवार के सहारे के मौखो को चैन माउंटेंड व जेसीबी द्वारा साफ करके जलप्रवाह के लिये एक ड्रेन बनाई ताकि बरसाती नालों का पानी तुरन्त निकल सकें।
महापौर राजीव अग्रवाल ने बताया कि शहर में शनिवार से मानसून दस्तक दे चुका है। बरसों से नालों की सफाई नहीं होने से शहर में मच्छरों का प्रकोप बना रहता था, जिसके कारण मौसमी बीमारियां भी फैलती थी। इन नालों को साफ करवाने से अब अवरूद्ध दूषित पानी चंबल नदी में नहीं जायेगा।
कोटावासियों ने पहला ऐसा महापौर देखा
तलवंडी प्राइवेट सेक्टर, जवाहर नगर एवं न्यू जवाहर नगर के नागरिकों एवं एयरपोर्ट नाले के पास बालाजी मंदिर के पुजारी चन्द्रेश गौतम ने बताया कि यह मंदिर 40-45 वर्ष पुराना है। वर्षों से बरसात में नाले का पानी मंदिर में प्रवेश कर जाता था, पहली बार महापौर राजीव अग्रवाल ने खुद चेन माउंटेंड मशीन पर सवार होकर बरसाती नालों की सफाई करवायी है।