न्यूजवेव @ रामगंजमंडी/कोटा
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस के लिए हाड़ौती की सीमा पर आकर राजस्थान खत्म हो जाता है। जब भी कांग्रेस सरकारें आई कांग्रेस ने हाड़ौती क्षेत्र की उपेक्षा की। हाड़ौती से मेरा 30 साल पुराना मजबूत रिश्ता है। मैंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन क्षेत्र की जनता ढाल बनकर हमेशा मेरे साथ खड़े रही।
उन्होंने डग एवं रामगंजमंडी की जनसभाओं में कहा कि हमने केवल चुनाव तक ही भाजपा और कांग्रेस की लड़ाई लड़ी थी। चुनाव जीतने के बाद सभी 36 कौमों को गले लगाया और बिना भेदभाव किए सबका विकास किया। पहले टैक्स, उसके बाद वेट और अब जीएसटी को न्यायसंगत कर राज्य सरकार ने कोटा स्टोन उद्योग को संरक्षण देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कटाक्ष किया कि 5 साल गायब रहकर आज चुनाव के समय नजर आने वालों ने विधानसभा में जनता के लिए एक शब्द भी नहीं बोला। दो बार मुख्यमंत्री रह चुके नेता ने विधानसभा में जनता की आवाज नहीं उठाई लेकिन चुनाव नजदीक आते ही बाहर निकल आये। उनको जनता से कोई लेना-देना नहीं है।
राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय विकास प्राथमिकता नहीं था। वे कहते थे हमारे पास पैसा नहीं है इसलिए विकास नहीं करा सकते। मैं कहती हूं उनके पास पैसों की नहीं विकास के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति की कमी थी। हमने कभी नहीं कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है। जनता ने जो सही काम बताये हमने वही पूरे किए।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेसी पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर हल्ला मचा रहे हैं जबकि राज्य सरकार ने इतिहास में पहली बार डीजल-पेट्रोल के दामों में इतनी कमी की है।
बेटियों की शिक्षा पर 50 हजार रू. की मदद
उन्होने कहा कि सरकार राजश्री योजना में बेटी को लक्ष्मी का रूप मानकर जन्म से लेकर लगातार सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा पास करने तक उसे 50 हजार रूपये देती है। इसके अलावा साईकिल, स्कूटी, लेपटॉप, छात्रवृत्ति, स्कूल दूर तो आने-जाने के लिए वाउचर, श्रमिक कार्डधारी है तो विवाह के लिए 55 हजार रूपये देकर महिला को सशक्त किया जा रहा है। महिला परित्यक्ता, विधवा, दिव्यांग व वृद्धा है तो उसे पेंशन दी जा रही है। पालनहार योजना में बच्चों को पालने के लिए 1 हजार रू. प्रति बच्चा हर माह दिये जा रहे हैं।
महिलाओं को घर का मुखिया बनाने के लिए सरकार ने भामाशाह योजना शुरू की। हमारी बेटियों की तरफ कोई आंख उठाकर न देखे इसलिए हमने 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म करने पर फांसी की सजा का कानून बनाया। अब तक 3 आरोपियों को यह सजा सुना दी गई है।
इस मौके पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान, कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, सामान्य प्रशासन मंत्री हेमसिंह भड़ाना, सांसद दुष्यन्त सिंह, ओम बिड़ला, निहालचन्द, विधायक भवानीसिंह राजावत, रामचन्द सुनारीवाल, अल्का गुर्जर सहित जनप्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित थे।