न्यूजवेव @ कोटा
राजस्थान में बिजली बिलों में फ्यूल सरचार्ज और स्पेशल फ्यूल सरचार्ज वसूलने का प्रदेश के उद्यमियों ने विरोध शुरू कर दिया है। लघु उद्योग भारती के आव्हान पर गुरूवार को विभिन्न संगठनों ने कोटा सहित 50 शहरों में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री, उर्जा मंत्री व उद्योग मंत्री से बिजली के बिलों में फ्यूल सरचार्ज तत्काल वापस लेने की मांग की।
उद्योग व्यापार संगठन विद्युत उपभोक्ता संघर्ष समिति के बैनर तले उद्यमी गुरूवार सुबह 11 बजे कोटा कलक्ट्रेट के बाहर दो घंटे धरने पर बैठे। धरने को संघर्ष समिति के संयोजक व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक महेश्वरी, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष नितिन अग्रवाल, व एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित सिंघल एवं कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद अग्रवाल आदि वक्ताओं ने संबोधित किया।
प्रदेश में सबसे महंगी बिजली
संस्था के मार्गदर्शक वरिष्ठ उद्यमी गोविंदराम मित्तल व ताराचंद गोयल ने कहा कि प्रदेश के उद्योगों को देश में सबसे अधिक दरों पर बिजली मिल रही है। सरकार फ्यूल सरचार्ज, स्पेशल फ्यूल सरचार्ज, सोलर सरचार्ज सहित अन्य शुल्क वसूल रही है। जिससे प्रत्येक उद्योग में उत्पादन लागत बढ़ रही है। कई उद्योग तो बंद होने के कगार पर हैं। कई उद्यमी राजस्थान से अन्य राज्यों में पलायन करने की स्थिति में है। ऐसे में फ्यूल सरचार्ज व स्पेशल फ्यूल सरचार्ज के नाम पर वसूली तत्काल रोकी जाए। जिन उपभोक्ताओं ने ये राशि जमा करा दी है, उसका समायोजन आगामी बिजली बिलों में किया जाये। प्रदेश के विकास में औद्योगिक वातावरण को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है, अन्यथा बेरोजगारी कई गुना बढ जायेगी।
धरना प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधीमंडल ने जिला कलेक्टर ओ पी बुनकर को मुख्यमंत्री, उर्जा मंत्री व उद्योग मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राज्य सरकार को चेतावनी दी कि लघु उद्यमियों की मांगें नहीं मानी गई तो प्रदेश में इस आंदोलन को और तेज करने पर मजबूर होना पड़ेगा। सभी संगठनों ने धरने को समर्थन दिया। धरना प्रदर्शन में उद्यमी मनोज राठी, यशपाल भाटिया, सीए महेश गुप्ता, अंकुर गुप्ता, संदीप जांगीड़, संदीप बाकलीवाल, नभ शर्मा, अक्षय सिंह, समीर सूद, संजय शर्मा सहित लगभग 300 उद्यमी व व्यापारी शामिल हुये।
लघु उद्योग भारती द्वारा फ्यूल सरचार्ज के विरोध में 50 शहरों में धरना प्रदर्शन
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