राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में भारतीय वेषभूषा को दी प्राथमिकता
न्यूजवेव@ कोटा
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा का 10वां ऑनलाइन दीक्षांत समारोह कुलाधिपति एवं राज्यपाल कलराज मिश्र की अध्यक्षता में हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. के.के. अग्रवाल, चेयरमेन एनबीए एवं विशिष्ट अतिथि राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ.सुभाष गर्ग रहे। कुलपति प्रो. आर. ए. गुप्ता, कुलसचिव नरेश मालव, यूनिवर्सिटी में बॉम सदस्य, शिक्षक तथा अधिकारियों सहित उपाधि लेने वाले विद्यार्थी उपस्थित रहे। कोरोना महामारी के कारण आरटीयू का दीक्षांत समारोह ऑनलाइन हुआ।ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में कुलपति एवं बॉम सदस्यों ने ब्रिटिश गाउन एवं हुड के स्थान पर भारतीय परिवेश पहनकर उपाधियां वितरित की एवं आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया।
कुलाधिपति एवं राज्यपाल कलराज मिश्र ने गौतम बुद्ध को स्मरण करते हुये ऋग्वेद से उद्धरण प्रस्तुत किये। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा में संस्कार, मानवीय मूल्यों व नैतिक शिक्षा एवं आपदा प्रबंध, आनंदम जैसे विषयों का समावेश भी जरूरी हैं। उन्होंने आह्वान किया कि वे उद्योग, कृषि तथा तकनीक से जुड़े ज्ञान का समन्वय करते हुए नवीनतम पाठ्यक्रम विकसित करें। व्यवसाय और समाज की आवश्यकताओं का आकलन करते हुए अपने अकादमिक कार्यक्रम विकसित करें, जिससे विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले युवाओं को भविष्य की बेहतर राह मिल सके. इससे कौशल का लाभ हमारे देश को मिलेगा तभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच को हम व्यवहार में परिणत कर पाएंगे।
इंजीनियरिंग में घटना रूझान चिंताजनक-डॉ.गर्ग
विशिष्ट अतिथि राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि शिक्षा में ज्ञान के संग नम्रता, मानवीय मूल्यों तथा वैचारिक शक्ति के आधार पर विद्यार्थियों को उच्चतर सफलता मिले ऐसे प्रयास किये जायें। तकनीकी शिक्षा में विद्यार्थियों के घटते रुझान पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्वविद्यालय द्वारा किये प्रयास रंग लायेंगे तथा पुनः तकनीकी संस्थानों में सभी सीटें भरने लगेंगीं। उन्होंने अपेक्षा की कि विद्यार्थी रोजगार खोजने की अपेक्षा रोजगार प्रदाता के रूप में जाने जायेंगे।
समारोह के सम्माननीय अतिथि एनबीए के चेयरमेन प्रो. के.के. अग्रवाल ने आशा व्यक्त की कि नवाचार, अनुसंधान और विकास के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाये जा सकते हैं और गरीबी, बीमारी, बेरोजगारी और भूख सहित इसकी कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
कुलपति प्रो. आर. ए. गुप्ता ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों का आयोजन वर्चुअल मोड में किया गया. परीक्षा संबंधित विभिन्न नवाचार किये गए और छात्रों को डिजिटल रूप से उनकी डिग्री, प्रमाणपत्र, अंकतालिकाऐं इत्यादि ऑनलाईन माध्यम से उपलब्ध करवाये जा रहे है, जिससे छात्र को विश्वविद्यालय में बिना आये दस्तावेज प्राप्त हो सके. कोविड महामारी को देखते हुए परीक्षा फार्म के संग सामान्य फीस पर किसी प्रकार का विलम्ब शुल्क वसूल नहीं किया गया है. उन्होंने इस समारोह के आयोजन के लिए सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
21,411 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां
कुलाधिपति स्वर्ण पदक एम.बी.ए. में निधि बधाया को तथा बी.टेक की सभी ब्रांचेज में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र नवीन शर्मा को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया.। दीक्षांत समारोह में कुल 35 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये। विश्वविद्यालय ने सत्र 2019-20 में उत्तीर्ण कुल 21,411 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा की विकास यात्रा पर एक सूचना परक फिल्म का प्रदर्शन किया गया। संचालन प्रोफेसर भरत सुनेजा तथा कुलसचिव नरेश मालव ने किया। वेब तकनीकी प्रबंध प्रोफेसर धीरज पलवालिया तथा डा. दीपक भाटिया ने किया।