न्यूजवेव@ कोटा
वर्ल्ड योगा फेडरेशन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फैडरेशन के नेशनल योग गुरु डॉ.रामावतार ने कॅरियर पॉइंट यूनिवर्सिटी मे योगा, पारंपरिक औषधि एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का शुभारंभ किया। यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रमोद माहेश्वरी ने बताया कि वर्ल्ड योगा फैडरेशन के सहयोग से योगिक चिकित्सा और हाड़ौती मे पाये जाने वाली जड़ी-बूटियों व अन्य प्रकृतिक संसाधनो पर सीपीयू कोटा में शोध कार्य किए जाएंगे।
नये योगा, प्राकृतिक व आयुर्वेदिक फार्मेसी कोर्स जल्द
माहेश्वरी ने बताया कि जल्द ही कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी मे योगा, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक फार्मेसी के नये कोर्स शुरू किए जाएंगे, जहां विद्यार्थियों को अत्याधुनिक पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाएगां उन्होंने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी के बाद योगा, प्रकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक फार्मेसी की तरफ रुझान बढने से देश विदेश में इनके प्रशिक्षित पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ी है।
डॉ. रामावतार ने योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पर कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में एलोपेथी से बढ़ते साइड इफेक्ट और बढ़ती कीमतों के कारण लोगों का रुझान अब प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग की ओर बढ़ रहा है। प्राकृतिक चिकित्सक बनने के इच्छुक युवाओं के लिए प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग में देश ही नही अपितु विदेशों मे भी कॅरिअर की अच्छी संभावनाएं हैं। प्राकृतिक चिकित्सा में नियमित जीवन शैली के साथ संतुलित आहार, योग और प्राणायाम का उपयोग करते हुए शरीर को रोग मुक्त किया जाता है।
कॅरिअर पॉइंट के निदेशक ओम माहेश्वरी ने कहा कि भविष्य मे हम योग एवं प्रकृतिक चिकित्सा के लिए अंतरराष्ट्रीय एकेडेमिक सेंटर खोलने पर भी विचार कर रहे है और इसके लिए संभावनायें तलाशी जा रही है। कुलपति डॉ टी.आर. शर्मा ने योगा, पारंपरिक औषधि एवं प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र मे हो रहे विभिन्न अनुसंधानों और इस क्षेत्र मे रोजगार की संभावनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में उपकुलपति प्रो. डॉ गुरुदत्त कक्कड़, रजिस्ट्रार डॉ.ए.पी. कौशिक, अकादमिक कोर्डिनेटर कमल अरोड़ा व अन्य फैकल्टी सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।