मिसाल : सरकार,जिला एवं पुलिस प्रशासन,मेडिकल कॉलेज प्रशासन व अपना घर आश्रम के सामूहिक प्रयासों से मिली सफलता।
न्यूजवेव @कोटा
पिछले 2 माह से उपचार ले रही पूनम कँवर ने रविवार सुबह पहली बार व्हीलचेयर पर बैठकर बाहर का नजारा देखा। युवा समाजसेवी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि मेडिकल कॉलेज, कोटा के अस्थि रोग वार्ड में लावारिस अवस्था मे 2 माह पूर्व भर्ती हुई लकवा पूनम कँवर को डॉ. राजेश गोयल की देखरेख में डॉक्टर्स टीम द्वारा कैलिपर्स के सहारे पहली बार व्हीलचेयर पर बिठाया गया।
शनिवार को महावीर कल्याण संस्थान द्वारा उसके पैरों को सहारा देने के लिए निःशुल्क कैलिपर्स उपलब्ध कराए गए।
ससुराल वालों ने छत से फेंक दिया था
यह कोटा शहर में मानवता का जज्बा है कि एक विवाहिता युवती को भीलवाड़ा के केशुविलास गाँव में उसी के सुसराल वालों द्वारा जान से मारने की नीयत से छत से फेंक दिया गया और पीहर वालों की बेरुखी ने उसे लावारिस बना दिया तो गत 13 जुलाई से डॉ. राजेश गोयल की देखरेख में प्रारंभ हुए उपचार से जहाँ उसकी कमर के जख्म भर फिजियोथेरेपी से उसके लकवाग्रस्त पैरों में हरकत आई। वहीं उसके दिल और दिमाग के जख्मों को जिला प्रशासन एवं पुलिस ने दूर करने के लिए बेहतर उपचार एवं कानूनी मदद के लिए जीरो रिपोर्ट दर्जकर बड़ी राहत प्रदान की है।
उन्होंने बताया कि शहरवासियों की दुआओं से पूनम कँवर जल्द ही अपने पैरों पर खड़ी हो सकेगी। विपरीत हालातों से लड़ रही पूनम पहली बार रविवार को व्हीलचेयर पर बैठी तो उसके चेहरे पर जीवन जीने की मुस्कान लौट आई।