टीम रक्तदाता द्वारा कोटा में दी जा रही है 24 घन्टे निस्वार्थ सेवाएं
न्यूजवेव @ कोटा
शहर में एक पिता और पुत्र ने मंगलवार को निजी अस्पताल में एक भर्ती डेंगू मरीज दिवांशु के लिए नेगेटिव ग्रुप का एस डी पी डोनेशन किया । गौरतलब है कि कोटा शहर में रक्तदान का जज्बा युवाओं सहित हर उम्र के नागरिकों में है। यही वजह है कि कोटा जिले के रक्तवीर स्वेच्छिक रक्तदान करने के लिए 24 घन्टे तत्पर रहते हैं। इस सेवा मैं कई बार ऐसे अनूठे किस्से भी सामने जाते हैं, जब नेगेटिव ग्रुप का रक्त रोगी के परिजनों को उपलब्ध नहीं हो पाता है।

मंगलवार को टीम रक्तदाता के पास 2 नेगटिव ग्रुप की एस.डी.पी के लिए कॉल आए जिसमे निजी अस्पताल में भर्ती 19 वर्षीय दिवांशु को डेंगू के कारण प्लेटलेट्स काउन्ट 10000 रह गया था, उन्होंने कई जगह प्रयास किये लेकिन एबी- नेगेटिव का कोई रक्तदाता नहीं मिल सका। तब उन्होंने टीम रक्तदाता के सक्रिय सेवाभावी हरजिन्दर सिंह से संपर्क किया। हरजिंदर ने तुरंत रक्तवीर राहुल को कॉल किया। राहुल बिना देरी किए ब्लड बैंक जाकर एस.डी.पी डोनैशन करने पहुंच गया। उसी समय एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ की मरीज को बी नेगटिव ग्रुप की एस.डी.पी की अर्जेंट जरूरत पड़ी उनके काउन्ट 7000 रह गए। इस केस में राहुल के पिता ओमप्रकाश ने भी एस.डी.पी डोनैशन किया। ओमप्रकाश के परिवार के सभी सदस्य नेगटिव ग्रुप के रक्तदाता हैं।
सूजेल अरोडा ने अपने जन्मदिन के उपलक्ष पर प्रथम बार ओ-पॉजिटिव ग्रुप का एस.डी.पी डोनैशन किया। टीम रक्तदाता के हरजिन्दर ने बताया के टीम के रक्तवीर हर समय जरूरतमंद लोगों के एस.डी.पी व रक्तदान कर मदद कर रहे हैं।
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