भारत विकास परिषद चिकित्सालय के हार्ट सर्जन डॉ.सौरभ शर्मा ने की दुर्लभ सर्जरी
न्यूजवेव @ कोटा
बूंदी जिले में केशवरायपाटन निवासी 23 वर्षीय युवा जितेंद्र के हार्ट वाल्व में खराबी होने से उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। उसने भारत विकास परिषद चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र के कार्डियक सर्जन डॉ.सौरभ शर्मा को दिखाया। जांच के बाद उन्होंने हार्ट वाल्व बदलने का निर्णय लिया। हार्ट सर्जन डॉ. शर्मा ने एमआईसीएस तकनीक के जरिये मात्र डेढ़ इंच का चीरा लगाकर सवा इंच का वाल्व बदल दिया। इसके अगले दिन मरीज बिना किसी सहारे खुद ही चलने लगा है। उन्होंने बताया कि ओपन हार्ट सर्जरी में लगभग 9 इंच लंबा चीरा लगाया जाता है। जबकि नई तकनीक में केवल डेढ़ इंच चीरे से सर्जरी की गई।
रोगी को मिला सुकून
SMICS तकनीक में छोटे चीरे से सर्जरी करने पर रोगी जल्द स्वस्थ हो जाता है। यह चीरा बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता है। रोगी को पोस्ट ऑपरेटिव दर्द, रक्तस्त्राव एवं संक्रमण का खतरा भी कम होता है। इलाज के दौरान रोगी को हॉस्पिटल में ज्यादा दिन भर्ती नहीं रहना पडा।
हाड़ौती के लिए गौरव की बात
भाविप चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र के संरक्षक श्याम शर्मा ने कहा कि जटिल हार्ट सर्जरी के लिये रोगियों को महानगरों में जाने की आवश्यकता नहीं है। कोटा में ही हार्ट के जटिल ऑपरेशन उच्च तकनीक से होना गौरव की बात है। चिकित्सालय के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने बताया कि मरीज गरीब परिवार से है, जिसका ऑपरेशन सरकारी योजना में निःशुल्क हुआ है।
1.5 इंच चीरे से 23 वर्षीय युवक का हार्ट वाल्व बदला
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