सफल सर्जरी : एकेल्सिया कॉर्डिया से पीडि़त मप्र की 40 वर्षीया रतनबाई का कोटा में हुआ सफल ऑपरेशन
न्यूजवेव @ कोटा
तीन माह से पेट की गंभीर बीमारी से जूझ रही 40 वर्षीय रतनबाई ने कोटा में दूरबीन सर्जरी के बाद बुधवार को कुछ आहार व पानी लिया तो उसके चेहरे पर दर्द की बजाय मुस्कान लौट आई।
मध्यप्रदेश के आगर जिले में नरवल गांव में रहने वाले छोटे किसान कचरू सिंह ने बताया कि पत्नी रतनबाई को 3 माह से भोजन नहीं कर पा रही थी, पानी पीते ही उसे उल्टियां हो रही थी। उसने आगर, घाैंसला व उज्जैन के अस्पतालों में इलाज करवाया, दो बार एंडोस्कॉपी जांच भी हुई लेकिन वहां के डॉक्टर बीमारी का पता नहीं लगा सके। उसे पेट में छाले बताकर दवाइयां देते रहे, जिससे तकलीफ कम नहीं हो सकी।
रोगी की बढ़ती तकलीफ को देखकर झालावाड़ में एक रिश्तेदार ने उसे सही इलाज के लिए कोटा भेजा। यहां जिंदल लेप्रोस्कॉपिक हॉस्पिटल में भर्ती होकर एंडोस्कॉपी जांच करवाई तो निदेशक डॉ. दिनेश जिंदल ने बताया कि महिला की आहार नली व आमाशय के जंक्शन पर स्पाज्म है, जिसे दूरबीन सर्जरी से हटाया जा सकता है। दो दिन पूर्व महिला का सफल ऑपरेशन किया गया।
डॉ. जिंदल ने बताया कि महिला एकेल्सिया कॉर्डिया से पीडि़त थी, जिससे उसके पेट में पानी भी नहीं पहुंच पा रहा था। उन्होंने एंडोस्कॉपी व कलर्ड एक्सरे से उसकी रूकावट को ढूंढ निकाला। लेप्रोेस्कॉपिक सर्जरी करने के 48 घंटे बाद बुधवार को वह हल्का आहार लेकर चलने-फिरने लगी है।
5 वर्ष में यह दूसरा रोगी
17 वर्षों के अनुभवी लेप्रोस्कॉपिक सर्जन डॉ.दिनेश जिंदल ने बताया कि जटिल रोगों के मामले में 5 वर्ष में यह दूसरा केस है। इस रूकावट को दवाइयों से दूर नहीं किया जा सकता इसलिए दूरबीन सर्जरी कर महिला रोगी को तत्काल राहत पहुंचाई। उन्होंने बताया कि गॉल ब्लेडर, पथरी व हर्निया की लेप्रोेस्कॉपिक सर्जरी के लिए पड़ौसी राज्यों से रोगी अब कोटा आने लगे हैं।