व्यापारियों के संगठन कैट ने केंद्र सरकार से पूछा
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
देशभर में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन की पालना के प्रत्येक राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या तेजी से बढ़ना आम नागरिकों एवं व्यापारियों के लिये चिंता का कारण बनता जा रहा है। ऐेसे दौर में व्यापारियों के राष्ट्रीय संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र भेजकर पूछा कि क्या करेंसी नोट भी कोविड-19 संक्रमण के वाहक हैं। कैट का मानना है कि करेंसी नोट से रोजाना बडी संख्या में एक हाथ से दूसरे हाथ में लेनदेन हो रही है। जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। देश में डिजिटल पेमेंट की सुविधायें होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी लेनदेन नकदी नोट में ही की जाती है। इससे सबसे ज्यादा खतरा व्यापारियों को है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने 2015 में किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय, लखनऊ की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें उल्लेख है कि नोटों और सिक्कों के जरिये वायरस, फंगस और बैक्टीरिया फैलता है। वर्ष 2016 में तमिलनाडु में एक अध्ययन में सामने आया था कि 86.4 फीसदी करेंसी नोट कई बीमारियों को फैला रहे है। इन नोटों का संग्रह डॉक्टर्स, बैंक, बाजार, छात्रों और गृहणियों से किया था। 2016 में ही कर्नाटक में हुए एक अध्ययन में 100, 50, 20 व 10 रुपये के 100 नोटो में से 58 नोट संक्रमित पाये गये थे।
उन्होंने कहा कि नेशनल व इंटरनेशनल रिपोर्ट्स बता रही है कि पेपर नोट से संक्रमण फैलता है। उन्होंने कहा कि संक्रामक रोगों को फैलाने में सक्षम करेंसी नोटों का मुद्दा कुछ वर्षों से देशभर के व्यापारियों के लिए बेहद चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ड्रॉपलेट्स के माध्यम से फैलता है और सूखी सतह वाले किसी भी सामान के जरिए मनुष्यों तक जा सकता है। ऐसे में करेंसी नोटों के जरिए कोविड-19 का वायरस के फैलने की संभावनाओं से इंकार नही किया जा सकता है। इससे व्यापारी व ग्राहक दोनों पर वायरस का असर हो सकता है।
कैट ने डॉ.हर्षवर्धन से आग्रह किया है कि इस स्वास्थ्य से जुडे़ संवेदनशील मुद्दे को तुरंत प्राथमिकता के से लेकर सरकार जनता को यह स्पष्ट करे कि करेंसी नोटों के माध्यम से कोविड-19 सहित अन्य वायरस और बैक्टीरिया फैलते हैं अथवा नहीं। ताकि लोग नोटों के जरिए फैलने वाले वायरस से अपना बचाव कर सकें।