डिफेंस कॉन्क्लेव : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने MSME उद्यमियों से रक्षा क्षेत्र में संभावनाएं तलाशने का आव्हान किया
न्यूजवेव@ कोटा
MSME उद्यमियों के लिए राजस्थान में रक्षा क्षेत्र अनंत संभावनाओं से भरा है। हमारी कोशिश है कि रक्षा क्षेत्र में सरकारी व निजी कम्पनियों के साथ कोटा में एमएसएमई इकाइयां स्थापित कर शहर का औद्योगिक गौरव फिर से लौटायें। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कोटा के दशहरा मैदान में नेशनल डिफेंस एमएसएमई कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
इस डिफेंस कॉन्क्लेव को राजस्थान और कोटा के लिए ऐतिहासिक बताते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत केंद्र सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई हैं जिसमें नवाचार के माध्यम से उत्पादन को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार मेक इन इंडिया को एक संकल्प के साथ पूरा करते हुये रिसर्च और डेवलपमेंट को प्रोत्साहित कर रही है। मोदी सरकार की योजनाओं से रक्षा क्षेत्र में देश के उद्यमी आयातक से निर्यातक बन रहे हैं। निर्यात को बढावा देने के लिये एमएसएमई और स्टार्टअप की अहम भूमिका है।
स्पीकर बिरला ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हमारी आवश्यकता है। तेजी से बदलती आधुनिक तकनीक में युद्ध आमने-सामने नहीं लड़े जाते। इलेक्ट्रॉनिक, टेक्नोलॉजिकल और आईटी प्लेटफार्म के जरिए सीमा से दूर रहकर भी हम युद्ध को नियंत्रित कर सकते हैं।
उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक व्यापक दृष्टिकोण से आगे बढ़ रहा है। हमारी कोशिश है कि कोटा के एमएसएमई उद्यमी रक्षा क्षेत्र में काम कर रही सरकारी और निजी कंपनियों के साथ करार करें जिससे यहां भी डिफेंस से जुडे उद्योग पनप सके।
मोदी विजन से रक्षा उपकरणों के निर्यात में भी भारत आगे
कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत नए विजन के साथ दुनिया को तकनीक देने वाला देश बन गया है। हम दुनिया के टॉप-25 रक्षा निर्यातकों में से एक हैं। 2014 के बाद देश के रक्षा बजट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। हम रक्षा बजट को खर्च करने वाले विश्व के प्रथम तीन देशों में है। जिससे हम जल-थल-नभ तीनों में मजबूती के साथ खडे़ हैं। उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ तक के ऑर्डर आरक्षित कर दिए हैं। इस कॉन्क्लेव के माध्यम से कोटा सहित राजस्थान के एमएसएमई और स्टार्टअप भी रक्षा क्षेत्र में अवसर तलाशें।
कोटा देश को सबसे काबिल युवा देता है
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव संजय जाजू ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में कोटा देश को सबसे काबिल युवा देता है। यदि इन युवाओं को पढ़ाई के दौरान ही रक्षा क्षेत्र से रूबरू होने का मौका मिले तो तो हम टेक्नोलॉजी के साथ नवाचार की पहल कर सकते हैं। केंद्र ने विदेशी कंपनियों को कई तरह के उपकरण भारतीय कम्पनियों से खरीदने की शर्त रख दी है। कोटा के एमएसएमई उद्यमी और स्टार्टअप इस मौके का लाभ उठायें।
SIDM के अध्यक्ष और महिन्द्रा डिफेंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीप्रकाश शुक्ला ने कहा कि एक छोटी सी कार बनाने में 200 MSME का सहयोग चाहिए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि डिफेंस उपकरण बनाने में कितनी एमएसएमई का सहयोग चाहिए। एमएसएमई अपने उत्पाद बेचने के लिए भारी और मध्यम उद्योग पर निर्भर है, लेकिन भारी और माध्यम उद्योग अपने उत्पाद बनाने के लिए एमएसएमई पर निर्भर हैं। कोटा में केमिकल, रेयांस व फर्टीलाइजर्स क्षेत्र में पहले से काम हो रहा है। अब यहां के उद्यमियों को रक्षा क्षेत्र में काम करने के लिए आगे आना होगा।