Wednesday, 21 May, 2025

‘खुद आग बन जाओ, कोई रोक नहीं सकता’-डॉ. अमृता दुहान

मधु स्मृति संस्थान में निराश्रित बच्चों की ‘स्पीड-2019’ प्रतियोगिता का समापन
न्यूजवेव कोटा
मधु स्मृति संस्थान, रंगबाड़ी में निराश्रित बच्चों की पांच दिवसीय खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिता ‘स्पीड-2019’ का शुक्रवार को समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस डॉ. अमृता दुहान ने निराश्रित बच्चों से कहा कि आप जिंदगी में आगे बढे़ं, पीछे जो हुआ उसे भूल जाएं। आगे बढ़ने का पहला कदम है सपने देखना। फिर मन में ठान लें कि हम यह कर सकते हैं। उस ध्येय को पाने के लिये जितनी मेहनत जरूरी है हम उसे करके ही दम लेंगे। जब आपके अंदर कुछ पाने की ऐसी आग पैदा होगी तो कोई ताकत आपको रोक नहीं सकेगी।

उन्होंने कहा कि क्लास में एक-दूसरे का ताकत बनकर आगे बढते रहो। आप भी जिंदगी में आईएएस, आईपीएस या कुछ और बनकर दिखा सकते हो। याद रखें, अपने गंतव्य तक पहुंचे बिना कभी हारना नहीं है। मधु स्मृति में यह देखकर अच्छा लगा कि यहां बच्चों का शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास हो रहा है।

संस्थान की संचालिका बृजबाला निर्भीक ने बताया कि अनाथ आश्रम में रहने वाले कक्षा-1 से 12वीं तक के 50 से अधिक विद्यार्थियों ने ‘स्पीड-2019’ की प्रतियोगिताओं में अपनी छिपी हुई क्षमता का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने शतरंत, कैरम, लूडो, रंगोली, संतुलन दौड़, स्केटिंग, 50 मीटर रेस, फुटबाल, खो-खो, कबड्डी, स्क्वेट्स रेस, चार्ट बनाओ, रूम डेकोरेशन आदि प्रतियोगिताओं में उत्साह से भाग लिया।

भामाशाहों को सम्मानित किया

कॉर्डिनेटर डॉ. अंजली ने बताया कि शुक्रवार को नृत्य, संगीत व कविता प्रतियोगिताएं हुई। नृत्य में काजल प्रथम व राधिक द्वितीय रही। गायन में सायबीन प्रथम व गोलू द्वितीय रहे। इस दौरान जर्मनी से आई साइक्लोजिस्ट रेमोंड रीम ने निराश्रित बच्चों को सवाल-जवाब सत्र में मोटिवेट किया। संस्थान में निराश्रित बच्चों के लिये शेड, वाटर कूलर व वाशिंग मशीन, गणवेश व किताबों का सहयोग करने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया गया।

समारोह में विशिष्ट अतिथि एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर के न्यूरो सर्जन डॉ. बनेश जैन, डॉ. अर्चना मीणा, आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अश्विन गुनडाने, हरगोविंद निर्भीक, वंदना वर्मा, डॉ.आकाश, डॉ. अभिषेक, मानवाधिकार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलंिवंदर सिंह, उद्यमी शंकरलाल जैन, इटावा के पूर्व चेयरमेन हसंराज सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

(Visited 967 times, 1 visits today)

Check Also

नगवा की माटी जो लालों के खून से इतिहास लिखती है

अमर शहीद मंगल पाण्डेय का बलिदान दिवस 8 अप्रैल: एक नेत्र चिकित्सक की नजर से …

error: Content is protected !!