Friday, 29 March, 2024

पहली बरसात में सड़कें उखड़ी, गुणवत्ता की पोल खुली

  • मूसलाधार बरसात से शहर हुआ जलमग्न, नालों का पानी घरों में घुसा
  • जवाहर नगर में पानी भरने पर विधायक संदीप शर्मा ने यूआईटी व नगर निगम के इंतजामों पर जताई नाराजगी।

न्यूजवेव कोटा
कोटा में दो दिनों में मूसलाधार बरसात से शहर में कई आवासीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी रही। नई कॉलोनियों में नालियां अवरूद्ध हो जाने से मकानों में पानी भर गया। निचली बस्तियों में सडकें व नालियों की दशा खराब हो जाने से हालात बेकाबू हो गए।


बुधवार सुबह 3 बजे तेज बारिश होने से शहर के मध्य जवाहरनगर क्षेत्र में नालों का पानी मुख्य मार्गों पर बहने और सडकों पर मलबा जमा होने से यातायात बाधित रहा। कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने बुधवार को महापौर महेश विजय, यूआईटी चेयरमैन आरके मेहता व निगम आयुक्त जुगल किशोर मीणा के साथ जवाहर नगर क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
उन्होने यूआईटी व नगर निगम के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर फटकार लगाई और तत्काल समस्या को हल करने के निर्देश दिए। विधायक शर्मा ने कहा कि कोटा में 5 वर्ष से अधिक समय सेे इस क्षेत्र में पानी भरने की समस्या है लेकिन अधिकारियों ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए।
शर्मा ने पूरे क्षे़त्र में पानी में पैदल चलकर निरीक्षण किया और नागरिकों की समस्याएं सुनी। सडक पर पडे़ मलबे की शिकायत मिलने पर यूआईटी अधिकारियों से कहा कि पानी का निकास होते ही जहां निर्माण कार्य का मलबा पड़ा है उसे उठाया जाए।
सभी बस्तियों में जलभराव 

विधायक शर्मा ने रावतभाटा रोड स्थित श्याम नगर, किशोरपुरा, तालाब गांव, महावीर नगर, बालाकुंड सहित कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। कुन्हाडी स्थित चचंल विहार के नागरिकों ने बताया कि तेज बरसात होने पर नालियों का पानी कई घरों में घुस आया।

दशहरा मैदान में मुख्यमार्गों की सडकें टूटी


पहली बरसात में ही शहर में सड़कों की गुणवत्ता बह गई। जगह-जगह गहरे गड्डे हो जाने से दिनभर यातायात बाधित रहा। नालियों का पानी सड़कों पर बहता रहा। पिछले कुछ माह में करोडोें रूपए खर्च कर नगरनिगम व यूआईटी ने पेवर सडकों एवं पेचवर्क कराया था लेकिन ये सडकें पहली बरसात भी नहीं झेल पाई।

खडे़ गणेशजी मंदिर में 3 फीट पानी

बुधवार सुबह तेज बरसात होने से सुबह 3 बजे खडे़ गणेशजी मंदिर गर्भगृह में गणेश प्रतिमा 3 फीट पानी में डूबी रही। शाम तक हजारों श्रद्धालुओं ने घुटने तक पानी में खडे़ रहकर दर्शन किये। झालावाड़ रोड पर पंचकुआ, जगपुरा,रानपुर व बंदा धर्मपुरा एवं अनंतपुरा क्षेत्र में नाले उफान पर रहे। चंबल नदी के निचले क्षेत्र में भी बस्तियों में पानी भरा रहा।

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