न्यूजवेव @ कोटा
1992 की कारसेवा में पहले वाले जत्थे में रघुवीर सिंह कौशल के नेतृत्व में अयोध्या प्रस्थान किया। भाजपा नेता हनुमान शर्मा, संजय शर्मा भारत भूषण खत्री, विनोद शर्मा साथ थे। महिलाये भी गई थी। हाडौती से हजारो कारसेवक प्रथम जत्थे में थे । हम सब पहुच गए तथा पूरे भारत से कार सेवको आना प्रारंभ हो गया। जबरदस्त उत्साह था हमेशा याद रहेगी। भगवान श्रीराम की विशेष कृपा हुई जो हम अयोध्या गये। सोगन्ध राम की खाते है मंदिर वही बनायेगे।
अब श्री रामलला की 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। समूचा भारत राममय हो रहा है। अपनी जीवन यात्रा का “स्वर्णिम” दिन है।
कारसेवक हनुमान शर्मा ने बताया कि अनगिनित लोग वहा पहुचे थे प्रतिदिन पवित्र सरयू नदी में स्नान करते थे, ढेर सारी भोजनशालाये थी जिसमे कार सेवक भोजन पाते मणिराम छावनी में संत नृत्यगोपाल दास जी महाराज के आश्रम में हजारों साधु संतों का निवास जिनके दर्शन वाल्मीक भवन के कनक भवन इत्यादि के दर्शन हो जाते थे।
वरिष्ठ मंत्री ललित किशोर चतुर्वेदी का त्यागपत्र
राजस्थान के केबिनेट मंत्री ललित किशोर चतुर्वेदी तो मंत्री पद से त्यागपत्र देकर कार सेवा में शामिल होने अयोध्या पहुचे थे। राजस्थान में 1992 में भैरोसिंह शेखावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार थी। लोकतंत्र सेनानी हनुमान शर्मा ने कहा कि हम जब अयोध्या के हनुमान गढ़ी के हनुमान दर्शन कर सीढियो से उतर रहे थे तो महंत जी ने पूछा कहा से आये हो । हमने कहा कोटा राजस्थान से आये है। अच्छा वहा से तो एक मंत्री त्यागपत्र देकर कार सेवा करने आया है। राजस्थान वीर भूमि है त्याग तपस्या की भूमि है । धन्य है तुम्हारा मंत्री हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया। हमने उनके चरण छूकर आशीर्वाद लिया।
ऐतिहासिक कारसेवा
6 दिसम्बर 1992 को ऐतिहासिक कार सेवा हुई।जहा देखो वहा कार सेवक ही कार सेवक नजर आते थे। लाखो कार सेवक थे। अयोध्या ही नही पूरा उत्तर प्रदेश राममय हो गया था। गगन भेदी नारो ने आकाश गुंजायमान कर दिया था। रामलला हम आएंगे, मंदिर वही बनायेगे और ढ़ाचे को मैदान बना दिया गया वहा रामलला को विराजमान कर दिया गया। दूसरे दिन कारसेवको के लिये रेलवे गाड़ी उपलब्ध करा दी गई जिससे कारसेवक अपने अपने स्थानों पर लौटने लगे।
(Visited 125 times, 1 visits today)