न्यूजवेव @ उज्जैन
29 सितंबर प्रतिपदा से शारदीय नवरात्र के पंचग्रहों की युक्ति प्रारंभ हो रही है। प्रतिपदा पर सूर्योदय से सांय 17.07 बजे तक अमृतसिद्धि योग बन रहा है। नवरात्रि के अंतिम दिवस महानवमी पर सांय 17.26 से रात्रि तक सर्वार्थसिद्धि का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य पं.दयानंद शास्त्री ने बताया कि प्रतिपदा को दोपहर 12.45 बजे पर बुध, तुला राशि मे प्रवेश कर रहा है, जिसके चलते दूज पंचमी व छठ को तेज हवा सहित मध्यप्रदेश में कहीं हल्की तो कही भारी वर्षा के योग बनेंगे। इसी तरह 4 अक्टूम्बर को प्रातः 5.14 बजे शुक्र का स्वराशि तुला में प्रवेश हो रहा है, जिसके चलते मौसम में बदलाव होने के योग हैं। इस दिन शाम को बारिश की संभावना रहेगी। गरबा आयोजकों से अपील है कि वे नवरात्रि के दौरान तेज हवा व बारिश को ध्यान में रखते हुए उचित सुरक्षा व्यवस्था करें ।
जरूरतमन्द की सेवा फलदायी
नवरात्र रविवार युक्त हस्त नक्षत्र में प्रारंभ हो रहा हैं जो धर्म समृद्धि साधना आराधना हेतु सर्वोत्तम है। इन ग्रहों की संयुक्त युक्ति से वातावरण में मौसमी बदलाव भी देखने को मिलेगा। इस बार नवरात्र में की गई जरूरतमन्द की सेवा, पौधरोपण अनंत गुना फलदायी रहेगा।
29 को घट स्थापना के शुभ मुहूर्त
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 29 सितंबर, रविवार सुबह 6 बजकर 16 मिनट से लेकर 7 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। जो श्रद्धालु सुबह कलश स्थापना न कर पा रहे हो उनके लिए दिन में 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक का समय कलश स्थापना के लिए शुभ है।
चल का चौघड़िया – प्रातः 7.50 से 9.19 तक।
लाभ का चौघड़िया – प्रातः 9.19 से 10.48 तक।
अमृत का चौघड़िया -प्रातः 10.48 से 12.17 तक।
शुभ का चौघड़िया – दोपहर 12.46 से 15.15 तक।
अभिजित मुहूर्त- दोपहर 11.53 से 12.41 तक।