बड़ां के बालाजी धाम : विराट श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन नंदोत्सव में बरसा आनंद कंद उल्लास, 80 हजार भक्तों से तीर्थनगरी में धार्मिक मेले जैसा विहंगम नजारा
न्यूजवेव@बारां
मालवा के दिव्य गौसेवक संत पं.प्रभूजी नागर ने सोमवार को श्रीमद भागवत कथा महोत्सव के चतुर्थ सोपान में कहा कि परमात्मा साधन साध्य नहीं है, वो कृपा साध्य हैं। इसलिये जहां भावपूर्ण सत्संग होता है, वहां भगवान भक्तों से मिलने किसी भी रूप मेंअवश्य आते हैं। बड़ां के बालाजी धाम में श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित विराट कथा में उन्होंने बताया कि हनुमानजी ने रामकथा लिखने के मानस से स्वयं शिलायें इकट्ठी कर अपने तीक्ष्ण नाखूनों से राम कथा लिखी थी, जिससे वो अमिट रहे। इन शिलाओं का पर्वत देख वाल्मिकी ऋषि पहुंचे और बोले कि आपने सरलता से राम कथा लिख दी, ऐसे में हमने 24 हजार श्लोक से रामायण लिखी है, उसका क्या होगा।
इस पर सारी शिलायें समद्र में प्रवाहित कर हनुमानजी बोले- आने वाले कलिकाल में भक्त 24 हजार श्लोक नहीं समझ सकेंगे, उसके लिये आपको तुलसीदास के रूप में अवतार लेना होगा। इस पर वाल्मिकी ने तुलसीदास बनकर रामकथा लिखी। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया- ‘श्री गुरू पद नख मणि गन ज्योति’ अर्थात् रामकथा के पद नख से लिखे गये हैं। उन्होंने कहा कि हनुमानजी ने कलिकाल के जीवों के लिये यह कृपा तैयार की थी। जिसे उन्होंने अनादि काल पहले समुद्र में प्रवाहित कर दिया था, आज वही रामकथा दुनिया को भव सागर से तार रही है।
हम बबूल है, तू शहद है
विराट पांडाल में पूज्य प. नागरजी ने कहा कि एक बगीचे में फलों से आच्छादित कई पेड़ थे, एक कोने पर बबूल इसलिये दुखी रहा कि मेरे पास कोई फल नहीं है। अचानक मधुमक्खियों ने उस पर छत्ता बना लिया। उस पर शहद आने लगी। आम-जाम जैसे फल मौसम के अनुसार आये और टूट गये। जबकि शहद हर मौसम में कृपा करती रही। इसलिये भाव से भक्ति करेंगे तो वह किसी भी रूप में कृपा कर सकता है।
ढोंग अल्पायु और ढंग चिरंजीवी है
पूज्य पं.नागरजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में पहले सब कुछ ढंग से होता था, कलिकाल में केवल ढोंग ही बचा है। धर्म भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन ढोंग अल्पायु होता है, जबकि ढंग चिरंजीवी है, इसलिये यह आजीवन चलेगा। आज धन के बल पर धर्म भी अशुद्ध हो रहा है। हमें अनादिकाल तक धर्म को शुद्ध रखना है। भजन संध्या में आर्केस्ट्रा बंद करें। जहां शब्द में वजन है, वही भजन है। डिस्को वाले भजन नहीं हो सकते। भजनों में मीरा की तरह मर्यादित रहना सीखें। प्रकाश तो केरोसीन से भी हो सकता है, लेकिन हवन केरोसीन से नहीं हो सकता।
भागवत कथा से निकला ‘अमृत मंथन’
सादगी के संत पं. नागरजी ने कहा कि जिस कथा में भक्तों के हाथ जुडे़ रहते हैं, आंखों से विरह के आंसू निकलते हैं, मस्तक विनम्र भाव में हो, वहां करूणावतार अवश्य आते हैं। जिस तरह द्रोपदी ने महंगी साड़ी से एक छोटी सी पट्टी तोड़ सांवरिया की उंगली से बांध दी थी, वो अनमोल हो गई थी। उसी तरह, 24 घंटे से 3 घंटे भक्ति के लिये समय दान करके भक्त गोविंद की उंगली से बंधा रहता है। वो जीवन में आपकी हर बिगडी बात सुधार देंगे।
उन्होंने कहा कि भाया परिवार ने बडां के बालाजी धाम में यह विराट धार्मिक आयोजन कर समुद्र मंथन जैसा पुण्य कार्य किया है। इस विशाल पांडाल में सभी गोपी-ग्वाल रोज 3 घंटे तक भाव भक्ति कर रहे हैं। इस भक्ति से पूरे क्षेत्र में अमृत ही बरसेगा। जीवन के 10 अमृत में यह भक्ति सेवा सबसे अनमोल है। कथा के अंत में प्रदेश के खान व गोपालन प्रमोद जैन भाया, जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया, श्री पार्श्वनाथ मानवसेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष यश जैन भाया ने श्रीमद् भागवत की महाआरती की और शांतिपूर्वक कथा सुनने वाले सभी श्रद्धालुओं का वंदन किया।
देश के प्रथम श्री महावीर पशु पक्षी हाॅस्पिटल का लोकार्पण 14 को
प्रदेश के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कथा पांडाल में हजारों गौ भक्तों से कहा कि बीमार व घायल गौवंश एवं पक्षियों की समर्पित सेवा करने के लिये बडां के बालाजी धाम, बारां में देश के प्रथम श्री महावीर निशुल्क पशु पक्षी हाॅस्पिटल एवं मोबाइल ट्रोमा सेंटर का लोकार्पण मंगलवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोेत के कर कमलों से किया जायेगा। लोकार्पण समारोह में मालवा के गौसेवक संत पूज्य पं. प्रभुजी नागर एवं श्रेष्ठीवर्य जीवदया प्रेमी कुमार पाल भाई वी शाह, वर्धमान सेवा केंद्र, धोलका का सान्निध्य मिलेगा।समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा एवं खान व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया अति विशिष्ट अतिथी होंगे। इस अवसर पर बारां विधायक पानाचंद मेघवाल व विधायक निर्मला सहरिया, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा सहित कई गणमान्य अतिथी मौजूद रहेंगे। खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि हम शिवालयों में नंदी की पूजा करते हैं, लेकिन उनकी दुर्दशा देख बहुत तकलीफ होती है। असाध्य बीमारियों से ग्रसित गौवंश और घायल पक्षियों के उपचार के लिये देश का पहला अस्पताल बारां जिले में खुल रहा है। इसमें दो ओटी, आईसीयू वार्ड, एक्सरे व सोनोग्राफी जांच सुविधा, एम्बुलेंस,रेस्क्यू सेंटर सहित कई सुविधायें निशुल्क दी जायंेगी। निशक्त बीमार गायों का उपचार कर गौशाला में रखा जायेगा इस समय श्रीकृष्ण जालेडा और मामोनी गौशाला में 1500 स्वस्थ गायें हैं।
जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया ने बताया कि बारां-मांगरोल मार्ग पर बडां के बालाजी धाम पर मालवा के पूज्य गौसेवक संत पं. कमल किशोर नागरजी की प्रेरणा से श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान द्वारा विराट 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव एवं गौरक्षा विचार सम्मेलन 10 से 16 फरवरी तक चल रहा है।