कोचिंग संस्थान रेजोनेंस ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलक्टर को दिया पत्र
न्यूजवेव @ कोटा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA )द्वारा जेईई-मेन,2023 में सफल होने वाले अभ्यर्थियों पर एनआईटी (NIT), त्रिपल आईटी (IIIT) व जीएफटीआई (GFTI) कॉलेजों में प्रवेश के लिये 12वीं बोर्ड में 75 % अंकों की अनिवार्यता लागू करने का लाखों विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावक विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर रेजोनेंस कोचिंग संस्थान ने गुरूवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
कोचिंग विद्यार्थियों एवं संस्थानों ने केंद्र सरकार व नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से आग्रह किया कि इस बाध्यता को वर्ष 2023 के लिए समाप्त किया जाये, साथ ही जेईई-मेन, 2023 के जनवरी सत्र परीक्षा की तिथी भी आगे बढाई जाये। क्योंकि वर्ष 2022 में हुई जेईई परीक्षा एवं काउंसलिंग में देरी से होने से रिपीटर्स विद्यार्थियों को पढ़ाई का बहुत कम समय मिला है और कई विद्यार्थियों का सिलेबस भी पूरा नहीं हुआ है।
सोशल मीडिया पर उठी आवाज
12वीं पास विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंक्ड इन एवं ट्विटर के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं एनटीए अधिकारियों को पत्र ट्विट करत हुये मांग की कि सभी विद्यार्थियों को उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिये न्यायसंगत अवसर दिये जायें।
विद्यार्थियों के लिए यह पढने का समय
संस्थान के प्रबंध निदेशक आरके वर्मा ने एक वीडियो जारी कर एनटीए से अनुरोध किया कि जो विद्यार्थी 2021 या 2022 में 12वीं पास कर चुके हैं एवं 75 % (Gen) या 65 % (SC/ST) प्राप्त नहीं कर पाए उनके लिये इंप्रूवमेंट का अब कोई अवसर नहीं है। ऐसे में उनके कॅरिअर का यह कीमती वर्ष खराब हो जायेगा। उन्होंने इस पात्रता को हटाने की अपील की। वर्मा ने जेईई-मेन, 2023 के जनवरी सेशन की तिथी आगे बढ़ाने क मांग की। उन्होंने आग्रह किया कि विद्यार्थियों को इस समय लड़ने नहीं बल्कि पढ़ने दें।