न्यूजवेव@कोटा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहक्षेत्र जोधपुर में उनके दौरे के बाद वरिष्ठ एडवोकेट जुगराज चौहान की सरेआम हत्या घोर निंदनीय है। इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुये कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि राजस्थान में लोगो को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता भी अब सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। वे खुद भी आपराधिक वारदातों के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में बैखौफ होकर अपराधी सरेआम घटनायें कर रहे हैं, उससे लगता है कि राजस्थान सरकार कानून व्यवस्था व आमजन को सुरक्षा दिलाने में पूरी तरह विफल है।
‘एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल’ अटका
गुंजल ने कहा कि राजस्थान के अधिवक्तागण वर्षों से ‘एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल’ की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने 2018 में चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि हम सत्ता में आए तो ‘एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल’ लागू करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पांचवां बजट भी पेश कर दिया है। यह बजट सत्र भी समाप्त होने को है लेकिन आज तक सदन में एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल की चर्चा तक नही हुई। मैं समझता हूं इससे बड़ी वादाखिलाफी राजस्थान के अधिवक्ताओ के साथ कुछ हो नहीं सकती। आज एक वरिष्ठ अधिवक्ता की हत्या के बाद राजस्थान के अधिवक्ता सड़कों पर न्याय की मांग कर रहे हैं। भाजपा इनके आंदोलन को नैतिक समर्थन करती है। हम विश्वास दिलाते हैं कि राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने पर मुख्यमंत्री से चर्चा करके प्रयास करेंगे कि राजस्थान के अधिवक्ताओ की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल पारित किया जाये।