न्यूजवेव @ कोटा
राजस्थान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भी सभी आयुवर्गो के नागरिकों को वैक्सीन नहीं मिल पाना केंद्र सरकार की विफलता है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पंकज मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा में सभी प्रदेशों को वैक्सीन की मात्रा मरीजों की संख्या के आधार पर आवंटित की जानी चाहिये थी लेकिन केंद्र ने वैक्सीन के आवंटन में भी राजनीतिक पक्षपात करते हुये कांग्रेस शासित राज्यों को समय पर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन नहीं भेजी। जिससे हजारों रोगियों का कोरोना संक्रमण से बचाव नहीं हो सका। दुर्भाग्यवश एक सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने पर वैक्सीन नहीं लगने से अन्य सदस्य भी महामारी की चपेट में आ गये।
हाल ही में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनहित में महत्वपूर्ण फैसला करते हुये कोरोना वायरस रोकने के लिये वैक्सीन, दवाइयां एवं आवश्यक उपकरण सीधे विदेशी कंपनियों से खरीदने के लिये ग्लोबल निविदायें जारी कर दी हैं। जिससे राज्य की जनता को समय पर कोरोना उपचार मिल सकेगा।
बच्चों के लिये वैक्सीन कब
मेहता ने कहा कि कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लेयर के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा 18 से 44 वर्ष की उम्र के लिये पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाये गये। 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दूसरे डोज के लिये लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक चेतावनी दे रहे हैं कि जल्द ही कोरोना की तीसरी लेयर आ सकती है, जिसका असर बच्चों पर अधिक हो सकता है। सरकार के कोविड वर्किंग ग्रुप ने अभी तक बच्चों के लिये टीकाकरण की योजना पर काम शुरू नहीं किया है। जबकि छोटे बच्चों की स्वास्थ्य रक्षा के लिये वैक्सीन समय से पहले लगा देना चाहिये।