कांग्रेस आलाकमान के फैसले पर सचिन पायलट होंगे राज्य के उप-मुख्यमंत्री, 17 दिसम्बर को शपथ ग्रहण समारोह
न्यूजवेव @जयपुर
अशोक गहलोत राजस्थान के नए मुख्यमंत्री और सचिन पायलट उप-मुख्यमंत्री होंगे। 17 दिसम्बर को जयपुर में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल कल्याणसिंह उन्हें मुख्यमंत्री की शपथ दिलाएंगे।
याद दिला दें कि 11 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव नतीजे घोषित होने के 3 दिन बाद 14 दिसम्बर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कई दौर की बैठकों के बाद सीएम के नाम पर मुहर लगी।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों सीएम की दौड़ में शामिल थे, विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला आलाकमान पर छोड़ा गया था। 13 दिसम्बर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक में राजस्थान की कमान गहलोत को सौंपने का फैसला किया गया।
8 का अंक शुभ रहा
जोधपुर की सरदारपुरा विधानसभा सीट से विधायक अशोक गहलोत तीसरी बार 2018 में राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे। पहली बार गहलोत 1998 में राजस्थान के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद दूसरी बार वे 2008 मेंं राज्य के मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के पहले कार्यकाल के दौरान राजस्थान में इस सदी का भयंकार अकाल पड़ा। उन्होंने प्रभावी और कुशल ढ़ंग से अकाल प्रबंधन किया। राजस्थान की जनता गहलोत के कार्यकाल की योजनाओं को आज भी याद करती हैं। उनकी छवि एक ईमानदार व भरोसेमंद नेता के तौर पर रही है।
अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर में हुआ। अशोक गहलोत के पूर्वजों का पेशा जादूगरी था। गहलोत के पिता स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह गहलोत जादूगर थे। अशोक गहलोत ने भी इस पेशे में हाथ आजमाए, लेकिन उनका जादू राजनीति में चला।
5 बार सांसद व 2 बार केंद्रीय मंत्री रहे
गहलोत ने विज्ञान और कानून में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र विषय में पीजी किया। गहलोत छात्र जीवन से ही राजनीति में दिलचस्पी रखने लगे। वे साल 1980 से 1999 तक पांच बार 7वीं, 8वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए। वे दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुके है। अनुभवी होने से मुख्यमंत्री के रूप में उनकी जिम्मेदारी को आगामी लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस की वापसी से जोड़कर देखा जा रहा है।