उर्जा विभाग ने दोनों यूनिटों को चरणबद्ध बंद करने का निर्णय वापस लिया
न्यूजवेव @ कोटा
कोटा थर्मल की 110-110 मेगावाट क्षमता की दो पुरानी इकाइयों यूनिट-1 एवं 2 को 30 जून मध्यरात्रि में बंद कर देने के बाद 1 जुलाई को शाम 3 बजे फिर से चालू करने के निर्देश दिये गये। मुख्य अभियंता वीके गोलानी ने बताया कि गुरूवार शाम को लोड डिस्पेच सेंटर से निर्देश मिलने पर दोनों यूनिटों को लाइटअप करके सिन्क्रोनाइज कर दिया गया है।
उर्जा विभाग की संयुक्त सचिव अनुपमा जोरवाल ने 1 जुलाई को आदेश जारी कर राज्य विद्युत उत्पादन निगम के सीएमडी को निर्देश दिये कि पूर्व में राज्य सरकार की स्वीकृति से दोनों यूनिटों को 30 जून मध्यरात्रि से चरणबद्ध तरीके से बंद करने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन राज्य सरकार ने इस निर्णय पर पुनर्विचार किया। उसके बाद दोनों इकाइयों को स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय वापस ले लिया गया है। इसलिये विद्युत उत्पादन जारी रखने हेतु उचित कार्यवाही की जाये।
याद दिला दें कि नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने 28 जून को जयपुर में उर्जा मंत्री एवं उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव से बातचीत कर दोनों यूनिटों को चालू रखने की मांग की थी, उसके बाद उर्जा मंत्री ने निर्देश दिये कि 31 दिसंबर,2022 तक कोटा थर्मल की सातों यूनिटों को चलाने के लिये केंद्रीय पर्यावरण विभाग द्वारा सहमति प्राप्त है, तब तक सभी यूनिटों को चालू रखा जाये। उसके पश्चात् आगे के लिये पर्यावरणीय सहमति लेने के लिये उच्च स्तरीय प्रयास किये जायेंगे। साथ ही, कोटा थर्मल परिसर में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित नये सौर उर्जा संयंत्र लगाने की संभावनाओं पर भी गंभीरता से विचार किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 1983 में यूनिट-1 और जुलाई,2021 में यूनिट-2 स्थापित की गई थी। 38 वर्ष पुरानी दोनों यूनिट अन्य नई यूनिटों से प्रतिस्पर्धा करते हुये 100 प्रतिशत क्षमता से बिजली उत्पादन कर रही हैं। इन इकाइयों के नवीनीकरण पर पिछले 5 वर्षों में करोडों रूपये खर्च किये गये हैं।