चुुनावी आचार संहिता की छांव में दशहरा मेला का परंपरागत उल्लास कहीं फीका न पड़ जाये
न्यूजवेव @ कोटा
शहर में परंपरागत राष्ट्रीय मेला दशहरा का आगाज 15 अक्टूबर से होने जा रहा है। लेकिन प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने एवं आचार संहिता लागू हो जाने से इसकी प्रारंभिक तैयारियां प्रभावित हो गई हैं। शहरवासियों एवं संभाग के ग्रामीणों में कोटा के दशहरा मेला देखने का अभूतपूर्व उत्साह रहता है। प्रतिवर्ष दशहरा पर्व पर रावण दहन के दौरान एक लाख से अधिक दर्शक मेला मैदान में परिवार सहित आते हैं।
दशहरा मेला प्रारंभ होते ही कोटा के बाजारों में भी उत्सवी वातावरण देखने को मिलता है। शहर के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस वर्ष नगर निगम ने मेला आयोजन को लेकर ढिलाई बरती है। मेला मैदान में बाहरी व्यापारियों को दुकानें आवंटित करने के लिये टेंडर प्रक्रिया सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पारदर्शिता नहीं रखी गई है। जिससे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, मुशायरा, सिने संध्या, राजस्थानी कवि सम्मेलन, पंजाबी व सिंधी कार्यक्रम, लोकानुरंजन के आयोजन, विभिन्न प्रतियोगिताओं की रूपरेखा निर्धारित समय पर तैयार नहीं की गई। जिससे आशंका है कि यह विराट मेला सरकारी बनकर रह जायेगा। नागरिकों का कहना है कि कोविड महामारी के बाद से दशहरा मेला अपने मूल व्यापक स्वरूप में आयोजित नहीं हो सका। इसकी निविदाओं में भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं, जिससे मेले की परंपरागत छवि को भी ठेस पहुंची है।
जिला कलक्टर ने दिये दिशानिर्देश
गुरूवार को जिला कलक्टर एमपी मीना ने समीक्षा बैठक में मेला आयोजन से संबंधित व्यवस्थाओं के लिये संबंधित अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि आम जनता के इस मेले में पर्व जैसा उल्लास कम न हो। साथ ही, आचार संहिता की पूर्ण पालना भी सुनिश्चित कराई जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि दशहरा मेले में सुरक्षा, ट्रैफिक एवं पार्किंग व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। पेयजल, विद्युत, चिकित्सा, मोबाइल नेटवर्क इत्यादि सुचारू रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि मेले में विद्युत आपूर्ति के लिये तार, खंभे इत्यादि को दुरूस्त कराएं। विजयश्री रंगमंच एवं किसान रंगमंच पर होने वाले बड़े कार्यक्रमों के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखी जाएं।
नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त अनुराग भार्गव ने बताया कि राष्ट्रीय दशहरा मेला-2023 का शुभारंभ 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे आशापुरा माताजी मंदिर में दुर्गापूजन के साथ होगा। इसके बाद श्रीराम रंगमंच पर रामकथा एवं सायं 5 बजे मेला उद्घाटन, ध्वजारोहण व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। रात्रि 9ः30 बजे रामलीला का शुभारंभ श्रीराम रंगमंच पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले में विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगितायें 9 नवंबर तक होंगी। बैठक में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कावेन्द्र सिंह सागर, अतिरिक्त कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़, यूआईटी सचिव मानसिंह मीणा एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कोटा में राष्ट्रीय मेला दशहरा का शुभारंभ 15 अक्टूबर से
(Visited 356 times, 1 visits today)